निगम ने 98 लाख रुपये के लगाए तीन टेंडर, इंटरलाक टाइलों से बनेंगी सेक्टर-17 की 50 सड़कें

मेयर मदन चौहान ने शनिवार को वार्ड नंबर सात के सेक्टर-17 की सड़कों का निरीक्षण किया। मदन चौहान का बताया कि सेक्टर के ब्लाक 1500 व 1600 में पहले जो सड़कें बनी हुई हैं उनका लेवल सही नहीं है। बारिश होने पर लोगों के घरों में भी पानी आता है। पानी से तारकोल वाली सड़कें जल्दी टूट जाती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:33 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:33 AM (IST)
निगम ने 98 लाख रुपये के लगाए तीन टेंडर, इंटरलाक टाइलों से बनेंगी सेक्टर-17 की 50 सड़कें
निगम ने 98 लाख रुपये के लगाए तीन टेंडर, इंटरलाक टाइलों से बनेंगी सेक्टर-17 की 50 सड़कें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर: मेयर मदन चौहान ने शनिवार को वार्ड नंबर सात के सेक्टर-17 की सड़कों का निरीक्षण किया। मदन चौहान का बताया कि सेक्टर के ब्लाक 1500 व 1600 में पहले जो सड़कें बनी हुई हैं उनका लेवल सही नहीं है। बारिश होने पर लोगों के घरों में भी पानी आता है। पानी से तारकोल वाली सड़कें जल्दी टूट जाती हैं। इसलिए यहां पर इंटरलाक टाइलों से सड़कों का निर्माण किया जाएगा। चौहान ने सेक्टर वासियों की समस्याएं सुनी। नगर निगम की ओर से सेक्टर-17 की सड़कों के निर्माण के लिए 49-49 लाख रुपये के तीन टेंडर लगा रखे हैं। इनमें वार्ड की छोटी बड़ी करीब 50 सड़कों का निर्माण किया जाना है। कुछ सड़कों का निर्माण किया जा चुका है व कुछ सड़कों का अभी निर्माण किया जाना है। मौके पर सेक्टर वासी पवन शर्मा, आरएन खुराना, रमेश चंद, कृष्ण चंद, नरेश गुप्ता, विनोद समेत अन्य लोग मौजूद रहे। जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बिजली निगम में जेई पद पर 14 साल तक सेवाएं देने के बाद सेक्टर-17 निवासी बलबीर सिंह सेवानिवृत्त हो गए। उनकी ड्यूटी कई साल से निगम के एबीटी कंट्रोल रूम में थी। सेवानिवृत्ति के आखिरी दिन भी वह एबीटी कंट्रोल रूम में कार्य करते रहे। काम खत्म होने के बाद निगम कर्मचारियों व अधिकारियों ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट करते हुए सम्मानित किया। निगम के एसई नरेंद्र सिंह ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बलबीर सिंह को जो भी काम दिया गया वह उन्होंने तुरंत पूरा किया।

बलबीर सिंह जून 1983 से लेकर 30 जून 2003 तक भारतीय वायु सेना में वायु सैनिक रहे। जुलाई 2003 से लेकर 31 जुलाई 2007 तक उन्होंने रिलायंस कम्युनिकेशन में भी काम किया। इसके बाद 2007 में वह बिजली निगम में बतौर जेई भर्ती हुए थे। पूर्व सैनिक होने के कारण वह टाइम के पाबंद रहे। यही वजह है कि नौकरी के आखिरी दिन भी कार्यालय में काम करते रहे। बलबीर सिंह ने बताया कि किसी भी कर्मचारी को जो काम करने को मिलता है उसका शत प्रतिशत करना चाहिए। सरकार वेतन काम करने का ही देती है। कार्यालय में यदि कोई व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर आता है तो उसका समय पर समाधान होना चाहिए।

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