कोरोना वायस का असर : मास्क व सेनेटाइजर की बढ़ी डिमांड, पिक मैराथन रद

कोरोना वायरस का जिले में अभी तक कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिला है। बावजूद इसके लोगों में दहशत बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग से लेकर शिक्षा विभाग तक लोगों को बचाव व लक्षणों के प्रति जागरूक करने में लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Mar 2020 09:40 AM (IST) Updated:Sun, 08 Mar 2020 09:40 AM (IST)
कोरोना वायस का असर : मास्क व सेनेटाइजर की बढ़ी डिमांड, पिक मैराथन रद
कोरोना वायस का असर : मास्क व सेनेटाइजर की बढ़ी डिमांड, पिक मैराथन रद

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

कोरोना वायरस का जिले में अभी तक कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिला है। बावजूद इसके लोगों में दहशत बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग से लेकर शिक्षा विभाग तक लोगों को बचाव व लक्षणों के प्रति जागरूक करने में लगा है। लोग भी कोरोना वायरस की दहशत को देखते हुए हाथ मिलाने से परहेज करने लगे हैं। दिल्ली की ओर से आने वाली बसों में यात्री मास्क लगाकर चल रहे हैं। प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर महिला दिवस के उपलक्ष्य में होने वाली पिक मैराथन भी रद कर दी है। वहीं डॉक्टरों के पास भी इस समय खांसी व जुकाम के अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। हर कोई हलकी सी खांसी या जुकाम होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जा रहा है।

कोई भी संक्रमित नहीं जिले में

सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि अब तक 54 यात्रियों को ट्रेस कर जांच की गई। किसी में भी वायरस का लक्षण नहीं मिला है। इन यात्रियों में से 50 का 28 दिन का सर्विलांस कर लिया गया है। लगभग 85 प्रतिशत लोगों में केवल बुखार व खांसी-जुकाम होता है। 15 प्रतिशत संक्रमित व्यक्ति में बुखार, खांसी व जुकाम के साथ सांस लेने में दिक्कत है, तो यह कोरोना वायरस का लक्षण हो सकता है। पांच प्रतिशत संक्रमित मरीजों में ही संक्रमण गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है। इससे ही मरीज की जान को खतरा है। फिलहाल ऐसी कोई स्थिति जिले में नहीं है। लगातार टीमें इसके लिए लगी हुई हैं, लोगों को जागरूक किया जा रहा है।बीमारी को लेकर किसी भी तरह अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है।

मास्क की बढ़ गई कीमतें, स्टॉक भी खत्म

कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। अचानक से सेनेटाइजर की डिमांड बढ़ गई है। मेडिकल स्टोर संचालक डिमांड भेज रहे हैं, लेकिन मांग पूरी नहीं हो रही है। मास्क के भी रेट बढ़ गए हैं। जो मास्क दस रुपये में मिलता था। उसकी कीमतों में अचानक से उछाल आया है। यह मास्क 25 से 30 रुपये में मिल रहा है। मेडिकल स्टोर संचालक दीपक ने बताया कि सेनेटाइजर व मास्क की डिमांड काफी बढ़ गई है। स्टॉक भी कम ही मिल रहा है। एक सप्ताह से हमने भी डिमांड भेजी हुई है।

मास्क इनके लिए जरूरी

आइसोलेशन वार्ड में आने वाले मरीज व उसका इलाज करने वाले डॉक्टरों की टीम को पीपी किट, एन-95 मास्क, गलब्स पहनना जरूरी है। संदिग्ध केसों में मरीज को एन-95 मास्क और गलब्स पहनना जरूरी है। जबकि जागरूकता के लिए घरों में जाने वाली टीम, जुकाम व खांसी के मरीज ट्रिपल लेयर मास्क पहन सकता है। अन्य किसी को इस तरह के मास्क की जरूरत नहीं है। यदि किसी को खांसी या जुकाम है, तो वह मास्क का प्रयोग कर सकता है।

यह सावधानी जरूरी

हाथ अच्छी तरह से धोते रहे। खांसते या छींकते समय नाक व मुंह पर रूमाल रखें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। यदि विदेश से यात्रा कर आए हैं या फिर कोई परिचित विदेश से आया है, तो उसकी सिविल अस्पताल में स्क्रीनिग कराएं। विदेश से ऑनलाइन पार्सल न मंगवाएं।

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