प्रदूषण फैला रही तीन फैक्ट्रियों को क्लोजर नोटिस जारी

जिले में बढ़ते प्रदूषण को लेकर स्थानीय प्रशासन भी गंभीर हो गया है। प्रदूषण बोर्ड ने फैक्ट्रियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। फिलहाल तीन मैटल फैक्ट्री संचालकों को क्लोजर नोटिस जारी किया है। साथ ही मामले की सूचना आला अधिकारियों को भेज दी है। बोर्ड अधिकारियों से अनुमति मिलते ही इन फैक्ट्रियों को बंद कर दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 05:52 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 05:52 PM (IST)
प्रदूषण फैला रही तीन फैक्ट्रियों को क्लोजर नोटिस जारी
प्रदूषण फैला रही तीन फैक्ट्रियों को क्लोजर नोटिस जारी

संवाद सहयोगी, जगाधरी : जिले में बढ़ते प्रदूषण को लेकर स्थानीय प्रशासन भी गंभीर हो गया है। प्रदूषण बोर्ड ने फैक्ट्रियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। फिलहाल तीन मैटल फैक्ट्री संचालकों को क्लोजर नोटिस जारी किया है। साथ ही मामले की सूचना आला अधिकारियों को भेज दी है। बोर्ड अधिकारियों से अनुमति मिलते ही इन फैक्ट्रियों को बंद कर दिया जाएगा। बिना अनुमति के चल रही मैटल फैक्ट्ररियां:

बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निर्मल कश्यप ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि बूड़िया रोड पर चनेटी गांव के पास अनुमति के बिना ही मैटल फैक्ट्री संचालित की जा रही है। जिसके बाद एसडीओ अजय सिंह मलिक के नेतृत्व में टीम गठित गई। टीम ने जब क्षेत्र का दौरा किया, तो वहां पर मुस्तफा मैटल, ए-वन मैटल व गौरव कौशिक द्वारा संचालित मैटल फैक्ट्री बिना अनुमति के संचालित पाई गई। इन फैक्ट्रियों से संचालकों को जब कंसेंट, नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट, व अन्य दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया, तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई। जिसके बाद उन्हें क्लोजर नोटिस जारी कर दिया गया। जहरीली गैस व धूएं से लोगों को रही थी परेशानी

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक फैक्ट्रियों व वाहनों के निकलने वाले धूएं में अधजले कण, सल्फर डाइ आक्साइड, कार्बनडाइ आक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड व अन्य जहरीली गैसें निकलती थी। जिनकी वजह से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। अत्याधिक धुएं की वजह से कई बार तो शहर के हालात बद से बदतर हो जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कतें दमा व कोरोना के मरीजों को उठानी पड़ती है। प्रदूषण के मामले में नहीं सुधर रहे यमुनानगर के हालात:

फैक्ट्रियों से निकलने वाले धूएं व जगह जगह हो रही आगजनी की वजह से यमुनानगर में प्रदूषण के हालात में ज्यादा सुधार नहीं हो रहा है। पिछले चार दिनों से यमुनानगर में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्थिति में चल रहा है। जो कि 300 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर से 369 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया है। पर्यावरणविद डा. अजय गुप्ता ने एक शोध के अनुसार किया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु में पीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तथा पीएम 10 की मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर निर्धारित किया है। यमुनानगर में पिछले चार दिनों से यह आंकड़ा तीन से चार गुणा देखा जा रहा है। इससे खुद-ब-खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति कितनी भयानक है। आदेश मिलती ही सील कर दी जाएगी फैक्ट्ररियां:

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निर्मल कश्यप का कहना है कि तीन फैक्ट्रियों को क्लोजर नोटिस जारी किया है। जो बोर्ड के मानकों के मुताबिक काम नहीं कर रही थी। आला अधिकारियों से आदेश मिलते ही उन्हें सील कर दिया जाएगा।

--

chat bot
आपका साथी