इंटरनेशनल ट्रेवलरों के लिए बदली टीकाकरण की गाइडलाइन, 12 सप्ताह से पहले लगेगा दूसरा टीका
कोरोना संक्रमण के केस कम होने के साथ ही अब विदेश में आवाजाही शुरू हो गई है।
अवनीश कुमार, यमुनानगर : कोरोना संक्रमण के केस कम होने के साथ ही अब विदेश में आवाजाही शुरू हो गई है, लेकिन इसके लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेने का सर्टिफिकेट होना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य विभाग ने यह व्यवस्था शुरू कर दी है। इसके लिए टीकाकरण की गाइडलाइन में भी बदलाव किया गया है। विदेश जाने वाले ऐसे लोगों को 12 सप्ताह यानि 84 दिन से पहले पहले ही टीके की दूसरी डोज लगाई जा रही है। हालांकि इसमें शर्त यह रखी गई है कि विदेश जाने वालों में छात्र, नौकरीपेशा व टोक्यो ओलंपिक में जाने वालों को ही यह सुविधा दी जाएगी।
कोरोना महामारी की वजह से विदेश में आने जाने पर रोक लगी हुई थी। अब हालात सामान्य होने विदेश में कार्य करने वाले भारतीयों व छात्रों को बुलाया जा रहा है। इसके लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेने का सर्टिफिकेट देना होगा। इसमें दिक्कत यह है कि अधिकतर लोगों को दूसरी डोज नहीं लग सकी है, क्योंकि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों और फिर फ्रंटलाइन वर्करों का टीकाकरण हुआ। उन्हें दूसरी डोज लग चुकी है। उस समय कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज में महज 28 दिन का समय रखा गया था। बाद में यह समय बढ़ा दिया गया है। पहले चार से सात सप्ताह का किया गया। अब 12 सप्ताह का समय दूसरी डोज के लिए निर्धारित किया गया है। इसलिए तीसरे व चौथे चरण का टीका लगवाने वालों को अभी तक दूसरी डोज नहीं लग सकी है। यह है जिले की स्थिति :
कुल टीकाकरण -2,90,721
पहली डोज - 2,43,583दूसरी डोज - 47,138 केवल कोविशील्ड के लिए बाध्यता
जिले में दो लाख 52 हजार 615 लोगों को कोविशील्ड का टीका लगा है। जबकि 38 हजार 106 को कोवैक्सीन लगी है। कोवैक्सीन में 28 दिनों बाद ही दूसरे टीके का समय है। जबकि कोविशील्ड में नई गाइडलाइन आई है। इसके तहत 12 सप्ताह बाद ही दूसरा टीका लगेगा। इंटरनेशनल ट्रेवलर के सामने यही दिक्कत आ रही है। इसे देखते हुए सरकार ने इंटरनेशनल ट्रेवलर को राहत दी है। वह 12 सप्ताह से पहले टीके की दूसरी डोज ले सकते हैं और इसका सर्टिफिकेट विभाग से प्राप्त कर सकते हैं। जिससे उन्हें कोई दिक्कत न आए। पूरी जांच पड़ताल के बाद दी जा रही अनुमति
इंटरनेशनल ट्रेवलर को पासपोर्ट, वीजा, आधार कार्ड, एप्लीकेशन व जिस कंपनी या कालेज ने बुलाया है उसका निमंत्रण पत्र दिखाना होगा। इसके बाद सिविल अस्पताल में डीआइओ कार्यालय में दस्तावेजों की जांच होगी। वहां से पूरी जांच होने के बाद ही उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए टोकन दिया जाएगा। वैक्सीन लगवाने के बाद ही सर्टिफिकेट जारी होगा। टोक्यो ओलंपिक में जाने वालों को यह बताना होगा कि वह खेल में हिस्सा लेने जा रहे हैं या फिर दर्शक के तौर पर जा रहे हैं। सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि इंटरनेशनल ट्रेवलर के लिए नई गाइडलाइन आई है। इसके तहत विदेश जाने वालों के सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। गाइडलाइन की शर्तों को पूरा करने वालों को ही तय समय से पहले दूसरी डोज लगवाकर सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं।