फसल अवशेषों में आग लगाने वाले छह किसानों के चालान, 12 हजार 500 जुर्माना
फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर सरकार पूरी तरह सख्त है। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के प्रधान सचिव एके नोटियाल ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर सरकार पूरी तरह सख्त है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के प्रधान सचिव एके नोटियाल ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण तथा वायु की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए फसल अवशेषों का समुचित प्रबंधन करवाना सुनिश्चित करें। फसल अवशेष जलाने पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाएं और जहां कहीं नियमों की उल्लंघना पाई जाती है उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए।
वीसी में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की एसीएस सुमिता मिश्रा ने बताया कि पूरे प्रदेश में फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर विभाग की ओर से जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं और गांव-गांव पहुंचकर अधिकारियों द्वारा किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए मशीनरी का उपयोग करने बारे जानकारी दी जा रही है।
डीसी पार्थ गुप्ता ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जिला प्रशासन पूरी सजगता के साथ कार्य कर रहा है। अब तक छह किसानों के चालान किए गए हैं जिन पर 12 हजार 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। सब डिवीजन व ब्लाक लेवल पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है जोकि फसल अवशेष जलाने की प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर अनुदान राशि पर दिए जाने वाले मशीनरी के लिए 763 किसानों को निजी तौर पर मशीनरी के लिए स्वीकृति प्रदान दी गई है जिनमें से 1050 किसानों ने मशीनरी खरीदकर बिल कृषि विभाग के पास जमा करवा दिए हैं। इस मौके पर कृषि उप निदेशक डा. जसविद्र सिंह सैनी, सहायक कृषि अभियंता डा. विनीत जैन उपस्थित रहे।