संस्कार करने वाले कर्मचारियों को पानी, फल व मिठाइंया बांटकर मनाया बेटे का जन्मदिन
नगर निगम में तैनात सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज ने अपने बेटे के जन्मदिन पर फल बांटे
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम में तैनात सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज ने अपने बेटे योगित कांबोज का सातवां जन्मदिन कोरोना संक्रमित मृतकों का संस्कार करने वाले कर्मचारियों को पानी की बोतलें, फल व मिठाइयां बांटकर बनाया। अमित ने बताया कि कोरोना के चलते बेटे के जन्मदिन पर घर में आयोजन नहीं हुआ। हालांकि पहले से प्लानिग थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते टाल दी गई।
मेयर मदन चौहान व सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण कुमार ने अपने कर कमलों से सभी कर्मचारियों को पानी, फल व मिठाई बांटी। उन्होंने कहा कि नगर निगम का हर कर्मचारी इन दिनों सिद्दत से ड्यूटी दे रहा है। दिनरात कोरोना संक्रमित लोगों की सेवा में डटा हुआ है। ऐसे कोरोना योद्दाओं की जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज ने बेटे के जन्मदिन पर जो सम्मान इन कर्मचारियों को दिया है, वह सराहनीय है। हम सभी को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। ऐसा कर उन्होंने अनुठी पहल की है। हम सभी को मिलकर कोरोना की इस जंग को जीतना है। इस मौके पर प्रदूमन लाड्डी, सचिन कुमार, प्रदीप दहिया व सतबीर उपस्थित थे। बेहतर खानपान व दवाइयों से हरा सकते हैं कोरोना को
संवाद सहयोगी, रादौर :कोरोना संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। यदि सही इलाज और नियमों का पालन किया जाए, तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। रादौर निवासी 65 वर्षीय दिनेश रानी ने कोरोना को हराया है। वह टीका नहीं लगवा सकी थी। इस बीच कोरोना की चपेट में आ गई।
दिनेश रानी को बुखार हुआ था। दो दिन तक जब बुखार कम नहीं हुआ, तो उन्होंने कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट में पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। 13 अप्रैल को रिपोर्ट आई थी। जिस पर वह पहले घबरा गई थी। परिवार के लोगों को हौंसला बढ़ाया। उसी दिन से इलाज शुरू कर दिया। इस दौरान खांसी व शरीर में दर्द भी होना शुरू हो गया था, लेकिन अस्पताल से जो दवाइयां मिली। उनको नियमित लेती रही। परिवार के सदस्यों ने खानपान पर काफी ध्यान दिया। फ्रूट, जूस, नारियल पानी व विटामिन सी से युक्त अन्य पदार्थो का भी सेवन किया। संपूर्ण आराम भी किया। परिवार के लोगो के साथ व बेहतर खानपान की वजह से उन्होंने कोरोना को हरा दिया। उनका कहना है कि लोगों कोकोरोना संक्रमण से डरना नहीं है। पहले तो उन्हें इसकी चपेट में आने से बचने के लिए सावधानी बरतनी है। अगर फिर भी इसकी चपेट में आ जाएं तो घबराने के बजाएं इससे लड़ने की हिम्मत रखे और खानपान पर विशेष ध्यान देंगे, तो इससे जल्दी ठीक हो जाएंगे।