बिहार से आए चावलों का मामला नहीं सुलझा, पुलिस की जांच नहीं हुई पूरी

बिहार से ट्रकों में आए चावलों का मामला अभी सुलझा नहीं है। ि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:45 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 08:45 AM (IST)
बिहार से आए चावलों का मामला नहीं सुलझा, पुलिस की जांच नहीं हुई पूरी
बिहार से आए चावलों का मामला नहीं सुलझा, पुलिस की जांच नहीं हुई पूरी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

बिहार से ट्रकों में आए चावलों का मामला अभी सुलझा नहीं है। जिन राइस मिलों के यह चावल आया उनकी फिजिकल वेरिफिकेशन हो चुकी है। जिसमें कोई अनियमितता नहीं मिलने का दावा विभागीय अधिकारी कर रहे हैं। अब मामले में दर्ज एफआइआर को रद्द करने की मांग राइस मिलर कर रहे हैं। विभाग क्लीन चिट दे चुका है, लेकिन पुलिस अभी केस रद्द नहीं कर रही है। पुलिस मामले में जांच किए जाने की बात कह रही है। अभी तक पुलिस ने बिहार में भी इस चावल के संबंध में संपर्क नहीं किया है। जिससे पता लग सके कि यह चावल ट्रेडिग के लिए ही आया था या कुछ और वजह है।

सोमवार को ओम राइस मिल जगाधरी व शिव शंकर राइस मिल पाबनी रोड में धान की फिजिकल वेरिफिकेशन का काम पूरा हो गया था। ओम राइस मिल को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा दिए गए सरकारी धान में 42 क्विटल धान कम मिला है। जबकि हैफेड अधिकारियों का कहना है कि उनका स्टाक भी शिव शंकर राइस मिल में पूरा मिला है। वेरिफिकेशन करने वाली टीमों ने अपनी रिपोर्ट विभाग व थाने में सौंप दी है। हैफेड के डीएम ने इस संबंध में पत्र भी पुलिस को लिख दिया है कि वह अपने स्तर से जांच कर लें। हमारी ओर से रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। विभाग के रिकार्ड के भरोसे पुलिस :

थाना शहर जगाधरी पुलिस ने भी मिलों में जाकर जांच की। विभाग की ओर से मिले गए रिकार्ड का मिलान किया। जिसमें गड़बड़ी नहीं मिली है। पुलिस विभाग के रिकॉर्ड के भरोसे चल रही है। अभी तक पकड़े गए ट्रक थाने में खड़े हैं। चालक भी पुलिस की हिरासत में है। अभी तक पुलिस ने बिहार में भी इस चावल के बारे में पता नहीं किया है। वहीं बताया जा रहा है कि मिलरों का इस मामले में पुलिस व प्रशासन पर काफी दबाव है। इस संबंध में वह डीसी व एसपी से भी मिल चुके हैं। जिसमें वह इस कार्रवाई को गलत बता चुके हैं। जगाधरी शहर थाना प्रभारी राकेश राणा का कहना है कि अभी तक केस रद्द करने के बारे में कोई पत्र नहीं मिला है। हम अपने स्तर से जांच कर रहे हैं। बिहार से भी इस चावल के बारे में पता किया जाएगा।

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