लापरवाह स्वास्थ्य विभाग, डायरिया पसार रहा पैर

वार्ड 21 व 22 की कालोनियों में डायरिया पूरी तरह से पैर पसार चुका है। हर घर में उल्टी व दस्त के मरीज हैं। लोगों में दहशत है। टंकी का पानी पीने से भी लोग घबरा रहे हैं क्योंकि पाइपलाइन लीकेज होने की वजह से ही यह बीमारी फैली है। स्वास्थ्य विभाग इस ओर से बेहद लापरवाह है। कालोनियों में सर्वे के लिए टीमें भेजने का दावा किया जा रहा है जबकि सच्चाई इससे कोसों दूर है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 07:07 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 07:07 AM (IST)
लापरवाह स्वास्थ्य विभाग, डायरिया पसार रहा पैर
लापरवाह स्वास्थ्य विभाग, डायरिया पसार रहा पैर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

वार्ड 21 व 22 की कालोनियों में डायरिया पूरी तरह से पैर पसार चुका है। हर घर में उल्टी व दस्त के मरीज हैं। लोगों में दहशत है। टंकी का पानी पीने से भी लोग घबरा रहे हैं, क्योंकि पाइपलाइन लीकेज होने की वजह से ही यह बीमारी फैली है। स्वास्थ्य विभाग इस ओर से बेहद लापरवाह है। कालोनियों में सर्वे के लिए टीमें भेजने का दावा किया जा रहा है, जबकि सच्चाई इससे कोसों दूर है। कई कालोनियों में कोई टीम नहीं पहुंची। बुधवार को इक्का दुक्का घरों में टीम गई और कागजी कार्रवाई कर लौट गई। क्लोरीन व ओआरएस पैकेट बांटने का भी दावा किया जा रहा है। अधिकतर मरीजों के घरों में ओआरएस के पैकेट तक भी नहीं पहुंचे हैं। सबसे अधिक प्रभावित बैंक कालोनी, मायापुरी, राजीव गार्डन में भी टीम नहीं पहुंची है। इन कालोनियों से अधिकतर लोग निजी अस्पतालों में दाखिल हैं। सरकारी अस्पतालों में भी काफी मरीज इन कालोनियों से दाखिल हैं। गुरुवार को दोपहर तक सिविल अस्पताल में 20 मरीज डायरिया के पहुंच चुके थे।

बैंक कालोनी, मायापुरी कालोनी, कांसापुर, अशोक विहार, राजीव गार्डन, विशालनगर की कालोनियों में डायरिया की दहशत बनी हुई है। इन कालोनियों में हर घर में मरीज है। चार-पांच दिन पहले पाइपलाइन लीकेज होने की वजह से लोगों के घरों में सीवरेज का पानी पहुंच गया। जिसकी वजह से ही यह बीमारी फैली है। बैंक कालोनी निवासी शिक्षा देवी व उनका पोत्र अर्चित डायरिया की चपेट में आए। दोनों की हालत इस कदर बिगड़ी कि अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। शिक्षा देवी का कहना है कि कई दिन उन्हें परेशानी हो रही थी। पहले स्थानीय डाक्टर से दवाई लेते रहे। आराम नहीं मिलने पर अस्पताल में दाखिल होना पड़ा। अस्पताल में दाखिल हेमलता का कहना है कि कई दिनों तक पानी खराब आता रहा। शायद इसी वजह से उल्टी व दस्त की बीमारी हुई है। उनके परिवार के अन्य लोग भी डायरिया की चपेट में हैं। वह घर पर ही दवाई ले रहे हैं। निजी अस्पताल में दाखिल अलग-अलग कालोनियों के कई मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।

बैंक कालोनी व मायापुरी में नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम :

बैंक कालोनी निवासी वीरेंद्र शर्मा, नेहा, प्रीति का कहना है कि कई दिन से यह बीमारी फैली हुई है। बच्चे भी डायरिया की चपेट में है। यहां पर अभी तक कोई टीम नहीं पहुंची। स्वास्थ्य विभाग इस ओर से बेहद लापरवाह है। उनके घरों के आसपास के कई लोग अस्पतालों में दाखिल हैं। करीब पांच दिन से बीमारी फैली हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई यहां देखने तक नहीं पहुंचा। सर्वे में लगी 12 टीमों का नहीं पता :

स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि 12 टीमें प्रभावित क्षेत्र में सर्वे के लिए लगाई गई हैं। 74 मरीज उल्टी दस्त के मिले हैं। इनमें भी हल्के लक्षण हैं। वहीं कालोनियों के लोगों की मानें, तो करीब 500 घरों में डायरिया के मरीज हैं। इनमें से 100 से भी अधिक मरीज विभिन्न अस्पतालों में दाखिल हैं। 12 टीमें लगी होगी, लेकिन यहां कोई नहीं पहुंचा। राजीव गार्डन निवासी रमेश कुमार, आशीष कुमार ने बताया कि कई दिन से लोग डायरिया की चपेट में हैं। स्वास्थ्य विभाग से कोई अभियान तक नहीं चलाया गया। कालोनियों में गंदगी फैली है। कई जगहों पर बरसात का पानी जमा है।

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