इंटरनेट पर सर्च कर सोनी प्लेस्टेशन गेम खरीदना पड़ा महंगा, गंवा दिए डेढ़ लाख

सोनी प्लेस्टेशन-5 गेम खरीदना माडल टाउन निवासी हरसिमरण सिंह को महंगा पड़ गया। इंटरनेट पर सर्च करने के बाद एक युवक का पता लगा कि वह गेम बेचना चाहता है। जिस पर आरोपित से बात की तो उसने दस्तावेज लिए और गूगल पे के जरिए ट्रांजेक्शन कराई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 05:45 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 05:45 PM (IST)
इंटरनेट पर सर्च कर सोनी प्लेस्टेशन गेम खरीदना पड़ा महंगा, गंवा दिए डेढ़ लाख
इंटरनेट पर सर्च कर सोनी प्लेस्टेशन गेम खरीदना पड़ा महंगा, गंवा दिए डेढ़ लाख

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

सोनी प्लेस्टेशन-5 गेम खरीदना माडल टाउन निवासी हरसिमरण सिंह को महंगा पड़ गया। इंटरनेट पर सर्च करने के बाद एक युवक का पता लगा कि वह गेम बेचना चाहता है। जिस पर आरोपित से बात की, तो उसने दस्तावेज लिए और गूगल पे के जरिए ट्रांजेक्शन कराई। जिसके बाद हरसिमरण के खाते से डेढ़ लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। मामले की शिकायत पर शहर यमुनानगर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया। माडल टाउन निवासी हरसिमरण सिंह ने शहर यमुनानगर थाना पुलिस को शिकायत दी है कि वह मैकेनिकल इंजीनियर है। पिता के साथ अपनी कंपनी ससौली रोड स्थित लार्क इंजीनियर में कार्य करता है। उसका चचेरा भाई और वह मिलकर सोनी प्लेस्टेशन-5 गेम खरीदना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने नेट पर सर्च किया। इस दौरान पता चला कि यह गेम कोई अक्षय तंवर नाम का युवक 50 हजार रुपये में बेच रहा है। उससे बात की, तो उसने पहले 10 हजार रुपये गूगल पे के माध्यम से भेजने की बात कही। अक्षय ने अपने भाई अजय से बात कराई। इसके बाद आरोपित के दिए स्कैनर पर उन्होंने गूगल पे के माध्यम से पेमेंट कर दी। जिस स्कैनर पर पैसे ट्रांसफर किए गए थे। वह किसी पूनम देवी सुरपटैक इंजीनियर के नाम से आया। इसके बाद आरोपित ने उनके दस्तावेज मांगे। चचेरे भाई हरसिरत के दस्तावेज दे दिए। कुछ दिन बाद आरोपित का काल आया कि हरसिरत का फोन नहीं लग रहा है। उसके नंबर पर दस्तावेज वेरिफाई करने के लिए ओटीपी आया है। उसने वह ओटीपी पता कर आरोपित को बता दिया। आरोपित ने बकाया पैसे भेजने के लिए एक खाता नंबर दिया, लेकिन उस समय उनके पास पैसे नहीं थे। इस वजह से वह आरोपित के बताए नंबर पर पैसे नहीं भेज सके। 28 सितंबर को उनके पास थानेसर के सिरसमा स्थित आरबीएल बैंक से एक लेटर आया। जिससे पता लगा कि उनके दस्तावेज प्रयोग कर आरोपित ने आरबीएल बैंक में खाता खुलवाया है। वहीं इस खाते से 1.50 लाख रुपये ट्रांसफर किए हुए हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों से बात कर खाता फ्रिज कराया। आरोपित के नंबर पर काल की, लेकिन काल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद ही मामले की पुलिस को शिकायत दी गई।

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