ब्लड बैंकों को देनी होगी तीन माह की रिपोर्ट

अब जिले के ब्लड बैंकों को हर माह सिविल सर्जन को रिपोर्ट देनी होगी। इसके साथ ही तीन माह की रिपोर्ट भी ब्लड बैंकों से मांगी गई है। एक शिकायत के बाद यह आदेश सिविल सर्जन की ओर से दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:29 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:29 AM (IST)
ब्लड बैंकों को देनी होगी तीन माह की रिपोर्ट
ब्लड बैंकों को देनी होगी तीन माह की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

अब जिले के ब्लड बैंकों को हर माह सिविल सर्जन को रिपोर्ट देनी होगी। इसके साथ ही तीन माह की रिपोर्ट भी ब्लड बैंकों से मांगी गई है। एक शिकायत के बाद यह आदेश सिविल सर्जन की ओर से दिए गए हैं। सिविल सर्जन को समाजसेवी संस्था की ओर से शिकायत दी गई थी। जिसमें ब्लड की कालाबाजारी किए जाने का शक जताया गया था। इस शिकायत पर संज्ञान लेते सिविल सर्जन ने जिले के ब्लड बैंकों से तीन माह की रिपोर्ट मांगी है।

समाजसेवी संस्था की ओर से करीब छह माह पहले एक शिकायत सिविल सर्जन के नाम दी गई थी। जिसमें शक जताया गया था कि निजी ब्लड बैंकों से ब्लड की कालाबाजारी की जा रही है, क्योंकि इनका कोई रिकार्ड नहीं लिया जा रहा है। इस शिकायत पर अब संज्ञान लिया गया है। जिले के ब्लड बैंकों से रिपोर्ट मांगी गई है। जिसमें तीन माह में जमा और दिए गए ब्लड की रिकार्ड मांगा गया है।

छह ब्लड बैंक जिले में :

जिले में सरकारी ब्लड बैंक के अलावा छह और निजी ब्लड बैंक है। इनमें नेशनल ब्लड बैंक, सिटी ब्लड बैंक, स्वामी विवेकानंद ब्लड बैंक, शहीद उधम सिंह ब्लड बैंक, संजीवनी ब्लड बैंक व श्री मां ब्लड बैंक हैं। जरूरतमंदों को इनकी ओर से ब्लड दिया जा रहा है। इसके साथ ही समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से शिविर भी लगाए जाते हैं। जिसके माध्यम से रक्त एकत्र किया जाता है। रक्तदाता राहुल दुरेजा का कहना है कि ब्लड बैंकों का रिकार्ड लिया जाना चाहिए। इससे स्वास्थ्य विभाग के पास भी रिकार्ड रहेगा। रिकार्ड लेने में कुछ भी गलत नहीं है।

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