भाजपा ने जीता जनता का विश्वास : रामनिवास गर्ग
भाजपा प्रताप नगर मंडल की बैठक मंडल अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भाजपा प्रताप नगर मंडल की बैठक मंडल अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई। जिलाध्यक्ष राजेश सपरा व हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन राम निवास गर्ग विशेष रूप से उपस्थित रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है। सरकार ने 18 वर्ष से ऊपर के युवाओं को कोरोना वैक्सीन निश्शुल्क लगाकर सराहनीय कार्य किया है। कोरोना काल में 80 करोड़ गरीब लोगों को निश्शुल्क खाद्यान्न का वितरण किया गया है। जनधन खातों के माध्यम से महिलाओं के खाते में सीधा पैसा भेजा गया है। बिना खर्ची व बिना पर्ची के योग्यता व मैरिट के आधार पर नौकरियां दी जा रही हैं। हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग ने कहा कि केंद्र व हरियाणा में भाजपा की सरकार बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार लोगों का जन विश्वास प्राप्त कर रही है। जिससे हर राज्य में उसकी सरकार बन रही है। मनोहर लाल सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत, मेरी फसल मेरा ब्यौरा, फसल बीमा योजना, भावांतर भरपाई योजना चलाई हुई हैं जिससे किसानों को अत्यधिक लाभ पहुंच रहा है। मंडल अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि कृषि कानून पूरी तरह किसानों के हक में है। हमें उनका समर्थन करना चाहिए। मौके पर महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष सुमन, महामंत्री विजय सिगला, महामंत्री बलविद्र मुजाफत, गौरव शर्मा कड़कौली, चेयरमैन विरेंद्र चौधरी, किसान मोर्चा अध्यक्ष ओमकार देवधर, सरपंच सुमन चौधरी, अनिल वालिया व अन्य उपस्थित थे। ट्विन सिटी करह रही विकास के लिए : बतरा
यमुनानगर ( वि ) : मंगलवार को दो घंटे की बारिश ने सरकार व प्रशासन के विकास कार्यों की पोल खोल दी। हर साल सफ़ाई व्यवस्था के नाम पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं, लेकिन इनका लाभ लोगों को नहीं हो रहा है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। उक्त शब्द कांग्रेस के पूर्व जिप अध्यक्ष श्याम सुंदर बत्रा ने कहें। उन्होंने कहा कि बरसात होते ही सारा पानी गंदा होकर काला हो जाता है। जिससे सारे शहर में काला पानी ही देखने को मिलता है। कहने को तो रोज नई स्कीम बनाकर सफ़ाई का ढिढोरा पीटा जाता है, लेकिन सफ़ाई के नाम पर शहर की हर गली में कचरे के ढेर देखने को मिलते हैं। इसके अलावा ़खाली प्लाट भी कचरे का घर बने हुए हैं। पानी निकासी के लिए हर वर्ष बड़े बड़े दावे किए जाते हैं। कुछ मिनट की बरसात में ही सारी पोल खुल जाती है । जितना पैसा सरकार ने पानी निकासी के लिए नालों व अन्य पर खर्च किया। अनदेखी के चलते इसका लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार के पास प्लानिग का अभाव है। पहले सड़क बना दी जाती है, फिर कुछ समय बाद विभाग को सीवरेज और पानी की लाइन की याद आती है। इसका नुकसान कई वर्षों तक लोगों को झेलना पड़ता है। चक्कर लगाने के बाद ही दोबारा सड़क नहीं बनती। इतने समय में दोबारा विभाग की कोई नई स्कीम आ जाती है।