हर रोज 250 से 300 लोगों को वैक्सीन की डोज दे रही एएनएम अंजू
कोरोना से जंग में स्वास्थ्य कर्मी मैदान में डटे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना से जंग में स्वास्थ्य कर्मी मैदान में डटे हुए हैं। इनमें स्टाफ नर्स, एएनएम व अन्य महिला कर्मी हैं, जो पूरी जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी निभा रही हैं। इस समय अधिकतर एएनएम की ड्यूटी कोविड वैक्सीनेशन में लगी हुई है। सुबह से लेकर शाम तक वह टीकाकरण में जुटी हुई है। अब टीकाकरण को लेकर भीड़ हो रही है। इसके बावजूद वह बिना थके कार्य करती रहती हैं। इन्हीं में से सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में ड्यूटी दे रही एएनएम अंजू भी हैं। यह सबसे बड़ा सेंटर हैं। यहां पर काफी लोग टीकाकरण के लिए पहुंचते हैं।
अंजू का कहना है कि वह सुबह साढ़े आठ बजे तक केंद्र पर पहुंच जाती हैं। नौ बजे टीकाकरण शुरू कर दिया जाता है। रोजाना 250 से 300 डोज लोगों को लगाई जा रही हैं। अब तो सरकारी छुट्टी के दिन भी टीकाकरण हो रहा है। इसलिए छुट्टी के दिन भी आना पड़ता है। टीकाकरण के लिए आने वाले हर व्यक्ति की रजिस्टर में एंट्री करती हैं। हर एक डोज का पूरा हिसाब रखती हैं। इसलिए लिए अलग-अलग रजिस्टर भी बनाए हुए हैं। कई बार तो इतनी भीड़ होती है कि फुरसत नहीं मिल पाती। टीका लगाते-लगाते हाथ भी दुखने लगता है, लेकिन कोशिश यही रहती है कि जो भी व्यक्ति टीका लगवाने के लिए आए। उसे कोई दिक्कत न हो। शाम पांच बजे तक यही चलता रहता है।
टीकाकरण के दौरान एएनएम अंजू मास्क लगाकर रखती हैं। हाथों में गलब्स पहनती हैं। टीकाकरण के बीच-बीच में हाथों को सैनिटाइज करती रहती हैं। इस दौरान जो भी टीकाकरण के लिए आए। उसे बड़े प्यार से वैक्सीन के बारे में बताती हैं। किसी को कोई दिक्कत हो, तो उसे भी देखती हैं। जब घर पर जाती हैं, तो पहले खुद को सैनिटाइज करती हैं। इसके बाद ही परिवार के लोगों से मिलती हैं। डाइट में भी वह विटामिन से युक्त खाद्य पदार्थाें का प्रयोग शुरू कर रही हैं। इसके साथ ही आसपास के लोगों को भी संक्रमण से बचाव के लिए नियमों का पालन करने का संदेश देती हैं।