आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों ने तहसील कार्यालय पर किया प्रदर्शन

आंगनबाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन ने वीरवार को तहसील कार्यालय विरोध किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:33 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:33 AM (IST)
आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों ने तहसील कार्यालय पर किया प्रदर्शन
आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों ने तहसील कार्यालय पर किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, छछरौली : आंगनबाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन ने वीरवार को तहसील कार्यालय छछरौली में पोषण ट्रैकर एप द्वारा डाटा फीड करने पर रोक लगाने का विरोध जताया। साथ ही महिला एवं बाल विकास मंत्री के नाम ज्ञापन देकर ट्रैकर एप के माध्यम से कार्य पर रोक लगाने की मांग की गई। तहसीलदार को दिए ज्ञापन में आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की ब्लाक प्रधान विजय शर्मा, उप प्रधान रमेश बत्रा, सचिव मिथिलेश कुमारी, सुषमा रानी, मीनाक्षी पाल, महिद्रों, पूजा, हरिद्र कौर, प्रकाशो ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया है कि आइपीडीएस का रिकार्ड एप के माध्यम से आनलाइन किया जाए। इसमें उनको आपत्ति है कि न तो उनके पास स्मार्टफोन है और न ही उनको कोई ट्रेनिग दी गई। हर दिन पूरा कार्य फोन में और रजिस्टर में दो बार करने में समय भी लगेगा। उनके पास अन्य भी बहुत सारे घरेलू कार्य होते हैं। उसके लिए भी समय चाहिए। यूनियन द्वारा ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि इस दोहरे कार्यभार को रोका जाए और पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से जो कार्य फोन में किया जाएगा इस पर रोक लगाई जाए। गलियों में बरसात का पानी जमा होने से लोग परेशान

संवाद सहयोगी, छछरौली : मानसून की पहली बरसात ने ही क्षेत्र में व्यवस्था की पोल खोल दी। कई सालों से बरसात के पानी की मार झेल रहे मुजाफत कला गांव में बुधवार रात हुई बरसात से नालियां ओवरफ्लो हो गई। इससे बरसात का पानी गलियों में जमा होकर घरों में घुस गया। हालांकि पंचायत के कार्यकाल में भी लाखों रुपये के विकास कार्य करवाने के दावे किए गए हैं। ग्रामीण प्रमोद शर्मा, योगेश शर्मा, मोहित शर्मा, कमल सिगला, शिव कुमार सिगला, पंकज सिगला, अमित कुमार,सोनू कुमार, रोहित का कहना है कि उनके मोहल्ले में बरसात का पानी नालियों में ओवरफ्लो होकर तालाब का रूप धारण कर लेता है। जिसकी वजह से सारा पानी घरों में घुस जाता है। मकान ऊंचे होने से गलियां नीची हो गई हैं। जिससे पानी की निकासी नहीं हो पाती। गंदगी और बदबू का माहौल बन जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस बारे में बीडीपीओ को भी सूचित किया हुआ है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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