घटना की सारी जिम्मेदारी किसान मोर्चा के नेताओं की बनती हैं : सांसद
केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने पंजाब के तरनतारन निवासी दलित सिख लखबीर सिंह की कुंडली बार्डर पर हुई नृशंस हत्या की तुलना तालिबानी क्रूरता से की है। यह घटना भारतीय समाज व लोकतंत्र के लिए कलंक है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने पंजाब के तरनतारन निवासी दलित सिख लखबीर सिंह की कुंडली बार्डर पर हुई नृशंस हत्या की तुलना तालिबानी क्रूरता से की है। यह घटना भारतीय समाज व लोकतंत्र के लिए कलंक है। कटारिया ने कहा कि भले ही किसी व्यक्ति ने कितनी बड़ी गलती की हो जाए। फिर भी देश का कानून किसी व्यक्ति को उसकी हत्या करने का अधिकार नहीं देता है, कितु कुछ निहंगों ने कानून को अपने हाथ में लेते हुए जिस प्रकार से उसकी बर्बरता पूर्वक हत्या की है। उसकी जितनी भर्त्सना की जाए, वह कम है। हत्या के बाद शव को संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच के पास पुलिस बेरिकेड पर लटकाया गया। धरना स्थल पर हुई किसी भी घटना की सारी जिम्मेदारी किसान मोर्चा के नेताओं की बनती हैं। धरना स्थल पर इस प्रकार की आपराधिक घटनाओं ने किसान आंदोलन को पीछे छोड़ दिया हैं।
कटारिया ने कहा कि निहंगों ने खुद को कानून से ऊपर मानते हुए उसको मौत की सजा सुनाई। मरने तक जिस प्रकार से तड़पाया है वह बहुत ही निदनीय है। जिस व्यक्ति ने भी लखबीर की हत्या के वीडियो या फोटो को देखा है। उसकी आत्मा सिहर उठी है, लेकिन निहंगों दिल नहीं पसीजा। तीन घंटे तक उसके साथ बर्बरता की गई, एक निहंग द्वारा पटियाला में पुलिस एएसआइ हरजीत सिंह का हाथ काटने की घटना पहले भी हो चुकी है। कटारिया ने कहा दलित युवक के साथ बर्बरता संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच के पास हुई।