नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने का आरोपित गिरफ्तार
कोरोना संक्रमित मरीज के स्वजनों को 64 हजार रुपये लेकर नकली रंगे हाथों काबू किया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर
कोरोना संक्रमित मरीज के स्वजनों को 64 हजार रुपये लेकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन थमाने के आरोपित की पहचान रघुनाथपुरी निवासी सनम वोहरा के रूप में हुई है। ड्रग ऑफिसर प्रवीण कुमार की शिकायत पर शनिवार की देर शाम इस मामले में केस दर्ज कराया था। शहर यमुनानगर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि मामले में केस दर्ज करने के बाद से ही आरोपित की तलाश शुरू कर दी गई थी। आरोपित सनम वोहरा को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
वरयाम सिंह अस्पताल में 47 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला को दाखिल कराया गया था। उसकी हालत बिगड़ने पर तीमारदारों को डाक्टरों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने को कहा। किसी तरह से स्वजनों ने वोहरा नाम के युवक का पता किया और उससे इंजेक्शन मंगवाए। 32-32 हजार रुपये के दो इंजेक्शन उन्हें मिल गए। जब वह इन इंजेक्शनों को लेकर डाक्टर के पास गए, तो पता लगा कि यह नकली हैं। इसी दौरान महिला मरीज की भी मौत हो गई। इस मामले में ड्रग ऑफिसर ने मृतका के स्वजनों से बात कर मामले का पता लगाया। जिस नंबर पर तीमारदारों ने बात की थी। वह नंबर पुलिस को दिया और मामले में केस दर्ज कराया। आरोपित ने जो इंजेक्शन मरीज के तीमारदारों को दिया था। उस पर 5400 रुपये कीमत लिखी हुई है। जबकि उनसे अधिक पैसे वसूले गए। इसके साथ ही गुणवत्ता से भी समझौता किया गया।
आरोपित ने वरयाम सिंह अस्पताल में सप्लाई किए थे मास्क
शहर यमुनानगर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि आरोपित से पूछताछ में सामने आया कि उसने गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान अस्पताल को कपड़े के मास्क भिजवाए थे। इसके बाद से ही वह अस्पताल के कर्मचारियों के संपर्क में था। यह भी सामने आ रहा है कि इस मामले में कोई कर्मी भी शामिल हो सकता है। उसने ही मरीज के स्वजनों को सनम वोहरा का नंबर उपलब्ध कराया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।