बढ़ गई साढ़े 12 हजार प्रापर्टी, बढ़ेगी निगम की आमदन

नगर निगम एरिया के नए सर्वे में साढ़े 12 हजार नई प्रापर्टी आइडी बनी है। एजेंसी की ओर से सर्वे पूरा कर लिया गया है। जल्दी ही अब असेसमेंट बिल भेजे जाएंगे। वर्ष-2013 के सर्वे के मुताबिक निगम एरिया में एक लाख 66 हजार प्रापर्टी आइडी थी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 05:29 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 05:29 AM (IST)
बढ़ गई साढ़े 12 हजार प्रापर्टी, बढ़ेगी निगम की आमदन
बढ़ गई साढ़े 12 हजार प्रापर्टी, बढ़ेगी निगम की आमदन

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : यमुनानगर : नगर निगम एरिया के नए सर्वे में साढ़े 12 हजार नई प्रापर्टी आइडी बनी है। एजेंसी की ओर से सर्वे पूरा कर लिया गया है। जल्दी ही अब असेसमेंट बिल भेजे जाएंगे। वर्ष-2013 के सर्वे के मुताबिक निगम एरिया में एक लाख 66 हजार प्रापर्टी आइडी थी। जोकि अब बढ़कर एक लाख 78 हजार 795 हो गई हैं। प्रापर्टी आइडी बढ़ने से निगम की आमदन भी बढ़ेगी। हर प्रापर्टी की नई आइडी बनाने के लिए मैसर्ज याशी कंसलटिग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी की ओर से सर्वे शुरू किया गया। एजेंसी के कर्मचारियों ने डोर टू डोर जाकर प्रापर्टी मालिकों से उनकी प्रापर्टी से संबंधित जानकारी ली।

दर्ज करवा सकते आपत्ति

सर्वे में नगर निगम एरिया में कुल 178795 प्रापर्टी आईडी बनी हैं। एजेंसी की ओर से अब इन्हें असेसमेंट नोटिस भेजे जा रहे हैं। इस नोटिस में प्रापर्टी के मालिक का नाम, आधार व मोबाइल नंबर, प्रापर्टी का एरिया, कैटेगरी व अन्य कोई जानकारी गलत है तो उसे ठीक करने के लिए प्रापर्टी मालिक आपत्ति दर्ज कर सकता है। इसमें दी गई जानकारी में यदि कोई त्रुटि है तो प्रापर्टी मालिक इसके लिए आनलाइन व आफलाइन अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते है। एजेंसी द्वारा अससमेंट नोटिस की सभी आपत्तियों का निपटान करने के पश्चात प्रापर्टी टैक्स बिल बनाए जाएंगे। आपत्ति के लिए एक माह का समय

सर्वे के मुताबिक एजेंसी की ओर से असेसमेंट बिल बांटने का काम तेजी से किया जा रहा है। अब से पहले करीब 12 हजार नोटिस बांटे जा चुके हैं। जिस तारीख में प्रापर्टी मालिक को बिल मिल रहा है, उससे एक माह की अवधि तक आपत्ति दर्ज करवाने का समय दिया जा रहा है। सभी वार्डों से आपत्तियां ली जानी हैं। बांटे जा रहे बिल :

सर्वे के बाद प्रापर्टी एजेंसी की ओर से असेसमेंट बिल बांटने का काम किया जा रहा है। अब तक की बात की जाए तो प्रापर्टी टैक्स से करीब 18 करोड़ रुपये की आमदन हो रही है। जोकि बढ़कर करीब 20 करोड़ पार सकती है।

अशोक कुमार, डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर, नगर निगम।

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