पहले दिन ट्रेन में 12 मुसाफिर हुए सवार, सात उतरे

दो महीने के लंबे अंतराल के बाद सोमवार को सोनीपत स्टेशन पर यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। यहां से तीन ट्रेनों का अप-डाउन संचालन शुरू किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 06:16 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 07:14 PM (IST)
पहले दिन ट्रेन में 12 मुसाफिर हुए सवार, सात उतरे
पहले दिन ट्रेन में 12 मुसाफिर हुए सवार, सात उतरे

जागरण संवाददाता, सोनीपत: दो महीने के लंबे अंतराल के बाद सोमवार को सोनीपत स्टेशन पर यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। यहां से तीन ट्रेनों का अप-डाउन संचालन शुरू किया गया है। पहले दिन ट्रेन में 12 यात्री सवार हुए, जबकि सात उतरे। पहले दिन दो ट्रेन केंसिल हो गई। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहे। स्वास्थ्य विभाग और सुरक्षाकर्मियों की यहां पर तैनाती की गई थी। स्टेशन को सैनिटाइज किया गया और स्वच्छता का खास ध्यान रखा गया।

दो महीने के बाद सरकार ने यात्री ट्रेनों को चलने की अनुमति दी। इनमें तीन अप-डाउन ट्रेनों का स्टापेज सोनीपत जंक्शन पर स्वीकृत किया गया। यहां पर डिलक्स, जन शताब्दी और शहीद एक्सपेस का स्टापेज था। एक जून को पहले दिन डिलक्स व जनशताब्दी ट्रेनों का संचालन रद कर दिया गया। दोपहर में शहीद एक्सप्रेस यहां पर दो मिनट के लिए रुकी, उसमें 12 मुसाफिर सवार हुए और यह ट्रेन अंबाला तक जाएगी। इस ट्रेन में दिल्ली से सात यात्री आए। उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अधिकारियों के अनुसार 5 जून से यात्री ट्रेनों का संचालन बढ़ाया जाएगा। ट्रेनों का संचालन शुरू होने के चलते स्टेशन पर खास तैयारियां की गई थी। हरियाणा पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ के करीब सौ जवान यहां पर लगाए गए थे। रेलवे के अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी स्टेशन पर मौजूद थीं। इससे पहले स्टेशन को सैनिटाइज किया गया था। 10 दिन घर में रहने की दी हिदायत

स्टेशन पर उतरने वाले सभी सवारियों की जांच यहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की। फिलहाल किसी में कोई लक्षण नहीं थे। टीम ने उनका पूरा रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज किया और उनसे आइडी प्रूफ भी ली। साथ ही सभी को कम से कम 10 दिन तक घर में रहने की सलाह दी है। आरक्षण कराने को लोग परेशान

आरक्षण कराने को पहुंचने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनको लंबी लाइन में घंटों तक जमीन पर बैठाया जा रहा है। जीआरपी ने लाइन में खड़े होने पर रोक लगा रखी है। स्टेशन पर केवल एक आरक्षण खिड़की ही चल रही है। इससे सुबह से लेकर रात तक लंबी लाइन लगी रहती है। आरक्षण कराने आने वालों को स्टेशन में अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में वहां पानी पीने तक का इंतजाम नहीं है। होती रही नोकझोंक

स्टेशन पर जीआरपी, रेलवे और आरपीएफ अधिकारियों में सामजस्य का अभाव है। इसको लेकर इनमें नोकझोंक होती रही। जीआरपी के अधिकारियों ने कई बार रेलवे के अफसरों से अभद्रता की। वहां मौजूद कर्मचारियों व अन्य अधिकारियों ने समझाकर मामला शांत किया। टिकट खिड़की पर सबसे ज्यादा परेशानी आरक्षण प्रपत्र लेने वालों को हो रही है। प्रपत्र जमा कराने और लेने को एक ही विडो होने से वहां पर भीड़ लग जाती है। इससे आरपीएफ को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। रेलवे कर्मियों को हिरासत में रखा

दिल्ली से ट्रेन में रेलवे के 13 कर्मचारी सवार होकर सोनीपत आ गए। यह ड्यूटी कर वापस लौटे थे। यात्रियों की ट्रेन में आए रेलवे कर्मियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने रोक लिया और जीआरपी की हिरासत में दे दिया। इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी की जाने लगी। उसके चलते कर्मचारियों ने अपनी गलती मानी और भविष्य में यात्री ट्रेनों में बिना पूर्व सूचना के सफर नहीं करने का भरोसा दिया। उसके बाद उनको चेतावनी देकर छोड़ा गया। पहले दिन दो ट्रेन केंसिल हो गई, तीसरी में कोई यात्री यहां से बैठने वाला नहीं था। अब चार जून से यहां से यात्री सवार होंगे। आरक्षण के लिए एक और विडो शुरू करने की अनुमति मांगी गई है। उसके लिए भीड़ के फोटो लेकर मुख्यालय को भेज दिए हैं। लोगों के पानी पीने के लिए प्लेटफार्म संख्या एक का गेट खुलवा दिया है।

- गजेंद्र सिंह, स्टेशन अधीक्षक-सोनीपत।

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