बार्डर खुलवाने के लिए आंदोलन करेगा व्यापार मंडल

कृषि कानून के विरोध में कुंडली बार्डर पर चल रहे आंदोलन के कारण क्षेत्र के उद्योग-व्यापार को करोड़ों का नुकसान हुआ है। जीटी रोड बंद होने के कारण औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों के अलावा जिले के व्यापारियों का भी काम-धंधा चौपट हो गया है। अब सरकार ने कृषि कानून वापस लेते हुए किसानों की मांग मान ली है इसलिए कुंडली व सिघु बार्डर खोला जाना चाहिए। जिला व्यापार मंडल का कहना है कि यदि बार्डर नहीं खुला तो इसके लिए आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसकी पहली कड़ी के तहत आठ दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय पर सांकेतिक धरना दिया जाएगा और उसी दौरान आंदोलन की आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:43 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:43 PM (IST)
बार्डर खुलवाने के लिए आंदोलन करेगा व्यापार मंडल
बार्डर खुलवाने के लिए आंदोलन करेगा व्यापार मंडल

जागरण संवाददाता, सोनीपत: कृषि कानून के विरोध में कुंडली बार्डर पर चल रहे आंदोलन के कारण क्षेत्र के उद्योग-व्यापार को करोड़ों का नुकसान हुआ है। जीटी रोड बंद होने के कारण औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों के अलावा जिले के व्यापारियों का भी काम-धंधा चौपट हो गया है। अब सरकार ने कृषि कानून वापस लेते हुए किसानों की मांग मान ली है, इसलिए कुंडली व सिघु बार्डर खोला जाना चाहिए। जिला व्यापार मंडल का कहना है कि यदि बार्डर नहीं खुला तो इसके लिए आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसकी पहली कड़ी के तहत आठ दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय पर सांकेतिक धरना दिया जाएगा और उसी दौरान आंदोलन की आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी।

जिला व्यापार मंडल के प्रधान संजय सिगला व चैयरमेन संजय वर्मा ने बताया की कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को एक साल से ऊपर हो चुका है। अब सरकार ने कानून भी वापिस ले लिए हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकार और किसानों के बीच कोई सुलह नही हो पा रही है और अब भी बार्डर बंद है। इसका खामियाजा व्यापारी और आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। अब पानी सिर के ऊपर से गुजर चुका है। उन्होंने कहा कि वे किसी भी आंदोलन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इस तरह से रास्ता बंद होने के कारण व्यापारियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। इसलिए रास्ता खोलने के लिए मजबूरन अब व्यापार मंडल को आंदोलन शुरू करना पड़ेगा। जिला व्यापार मंडल ने किसान यूनियनों और जिला प्रशासन से भी रास्ता खोलने की भी अपील की है। यही नहीं, उन्होंने सरकार से बार्डर बंद होने के कारण क्षेत्र के उद्योगपतियों व व्यापारियों को हुए नुकसान की भरपाई करने की भी मांग की है।

chat bot
आपका साथी