सम्मान निधि ले रहे 2475 अपात्र और मृतक किसान

कृषि विभाग के सर्वे में किसान किसान सम्मान निधि लेने वालों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रारंभिक सर्वे में जिले में 2475 लोग ऐसे पाए गए हैं जोकि मानकों को ताक पर रखकर रुपये लेते रहे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:01 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:01 PM (IST)
सम्मान निधि ले रहे 2475 अपात्र और मृतक किसान
सम्मान निधि ले रहे 2475 अपात्र और मृतक किसान

डीपी आर्य, सोनीपत

कृषि विभाग के सर्वे में किसान किसान सम्मान निधि लेने वालों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रारंभिक सर्वे में जिले में 2475 लोग ऐसे पाए गए हैं, जोकि मानकों को ताक पर रखकर रुपये लेते रहे। इनमें आयकर देने वाले किसानों के साथ ही मृतक किसान भी शामिल हैं। मामला सामने आने के बाद अब विभाग की ओर से वसूली को नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं मृतक किसानों को आवंटित धनराशि की वसूली के लिए सरकार से निर्देश मांगे गए हैं। कृषि विभाग ने जिले के सभी गांवों में निधि पाने वाले लोगों की सूची चस्पा कराने का निर्णय लिया है। जिससे उनका सत्यापन कराया जा सके। वहीं सरपंचों को भी पत्र लिखा गया है।

यह है योजना

केंद्र सरकार की ओर से किसानों के लिए किसान सम्मान निधि योजना संचालित है। इसमें किसानों को छह हजार रुपये सालाना दिए जाते हैं। आयकर देने वाले परिवारों को इससे बाहर रखा गया है। जिले में करीब 85 हजार किसानों को धनराशि दी जा रही है। इन किसानों के खातों में प्रत्येक चार महीने पर दो हजार रुपये भेजे जाते हैं।

मिल रही थीं गड़बड़ी की सूचना

अधिकारियों को सूचना मिल रही थीं कि कई अपात्र परिवारों-व्यक्तियों द्वारा किसान सम्मान निधि ली जा रही है। इसके लिए कृषि विभाग ने सर्वे शुरू कराया था। सबसे ज्यादा गड़बड़ी आयकर देने वाले किसानों की मिली। कृषि विभाग ने आयकर विभाग से सूची मांगी थी। उसका मिलान करने पर पता चला कि 2337 अपात्र किसान सम्मान निधि लेते रहे हैं। ये आयकर भी देते हैं और छह हजार रुपया सालाना की धनराशि भी लेते हैं। इनके द्वारा दो करोड़ 26 लाख 40 हजार रुपया निधि के रूप में प्राप्त किया गया है। इसकी वसूली के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।

किसान के मरने के बाद भी लेते रहे निधि

कृषि विभाग के सर्वे में पाया गया है कि 73 ऐसे किसान निधि लेते रहे, जिनकी मौत कई साल पहले हो गई है। इनके परिवारों की ओर से विभाग को कोई सूचना नहीं दी गई। वहीं कई मृतकों के संयुक्त खाते होने के चलते उनके आश्रितों-सहखाता धारकों ने धनराशि निकाल ली। इनके साथ ही 65 डिफाल्टर परिवार सामने आए हैं। इनमें पति-पत्नी दोनों ही रुपये लेते रहे, जबकि नियमानुसार एक को ही व्यक्ति को निधि मिल सकती थी।

गलत तरीके से निधि लेने वालों की सूची चस्पा होगी

कृषि विभाग सभी गांवों में किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों के नामों की सूची चस्पा कराएगा। इससे ग्रामीण देखकर बता सकेंगे कि कौन गलत तरीके से निधि ले रहे हैं। प्रत्येक गांव के पूर्व सरपंच से भी सूची मांगी गई है। वह अपने गांवों के पात्र किसानों का सत्यापन करेंगे। इस तरह विभाग अपात्र किसानों का पता लगाकर उनसे वसूली करा सकेगा।

कई अपात्र किसान निधि लेते रहे। ऐसे किसानों से वसूली को नोटिस जारी किए गए हैं। किसान सम्मान निधि की धनराशि वापस जमा नहीं कराने पर इनसे राजस्व की तरह वसूली जाएगी। वहीं मृतकों को आवंटित धनराशि की वसूली के लिए सरकार की गाइडलाइन आने का इंतजार किया जा रहा है। किसी भी अपात्र को सरकारी धनराशि हजम नहीं करने दी जाएगी।

- देवेंद्र लांबा, प्रभारी, किसान सम्मान निधि योजना, सोनीपत

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