गुणवत्तायुक्त पैदावार को बीज में खरीदेगा कृषि विभाग

फसलों की गुणवत्ता सुधारने व किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत बेहतर गुणवत्ता की फसल उगाने वाले किसान अब बीज उत्पादक की भूमिका भी निभाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:22 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:22 PM (IST)
गुणवत्तायुक्त पैदावार को बीज में खरीदेगा कृषि विभाग
गुणवत्तायुक्त पैदावार को बीज में खरीदेगा कृषि विभाग

जागरण संवाददाता, सोनीपत : फसलों की गुणवत्ता सुधारने व किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत बेहतर गुणवत्ता की फसल उगाने वाले किसान अब बीज उत्पादक की भूमिका भी निभाएंगे। इसके लिए किसानों को उत्तम बीज पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। एचएसडीसी के माध्यम से शुरू किए गए बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत कृषि विभाग की टीम पंजीकृत किसानों द्वारा उगाई गई फसल की गुणवत्ता जांचेगी। फसल की गुणवत्ता अच्छी होने पर उस फसल का 15 से 20 प्रतिशत भाग बीज बनाने के लिए रखा जाएगा, जिसके लिए किसानों को अतिरिक्त धनराशि दी जाएगी। इससे न सिर्फ फसल की गुणवत्ता सुधरेगी, बल्कि किसानों की आय भी बढ़ सकेगी।

दो लाख हेक्टेयर भूमि पर होती है खेती

जिले में दो लाख हेक्टेयर भूमि पर विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। करीब 1.20 लाख लोग कृषि क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। रबी सीजन में अकेले गेहूं की फसल की बिजाई 1.44 लाख हेक्टेयर भूमि पर होती है। शेष भूमि पर सरसों और अन्य फसलें उगाई जाती हैं। वहीं खरीफ सीजन में धान मुख्य रूप से उगाते हैं। अटेरना, मनौली सहित कई गांवों में प्रगतिशील किसान स्वीटकार्न, बेबीकार्न जैसी फसलें भी उगाते हैं। जिले में उगाई जाने वाली विभिन्न फसलों का उत्पादन बेहतर हो सके इसके लिए बीज उत्पादन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।

सब्सिडी पर उपलब्ध करवाया जाता है उपचारित बीज

फसलों की गुणवत्ता सुधारने के लिए कृषि विभाग हर साल किसानों को उपचारित बीज के इस्तेमाल के प्रति प्रेरित करता है। यही नहीं किसानों को सब्सिडी पर उपचारित बीज भी उपलब्ध कराया जाता है। हालांकि उपचारित बीज की कमी से एक सीमित मात्रा में ही किसानों को सब्सिडी पर बीज दिया जाता है। ऐसे में विभाग ने उपचारित बीज का उत्पादन बढ़ाने के लिए बीज उत्पादन कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसमें शामिल होने वाले किसानों को सर्वप्रथम बीज पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा। इसके बाद कृषि विभाग के विशेषज्ञ लगातार इनकी फसलों का निरीक्षण करेंगे और मानकों के अनुसार उर्वरक का प्रयोग कराया जाएगा। इनकी तैयार फसलों को कृषि विभाग खरीद लेगा और उसकी बिक्री बीज के रूप में अन्य किसानों को करेगा।

फसलों की गुणवत्ता सुधारने व किसानों की आय बढ़ाने के लिए बीज उत्पादन कार्यक्रम की शुरुआत की है। इससे बीज तैयार करने वाले किसानों को ज्यादा लाभ होगा और अगले साल ज्यादा किसानों को उन्नत प्रजाति का बीज मिल सकेगा। यह अभियान शुरू कर दिया गया है।

- डा. अनिल सहरावत, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत

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