बहरीन में एशियन यूथ पैरा गेम्स के विजेताओं का किया भव्य स्वागत
बहरीन में दो से छह दिसंबर तक आयोजित हुए एशियन यूथ पैरा गेम्स में जिले के दो खिलाड़ियों हार्दिक मक्कड़ और राहुल सरोहा ने चार मेडल जीते।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : बहरीन में दो से छह दिसंबर तक आयोजित हुए एशियन यूथ पैरा गेम्स में जिले के दो खिलाड़ियों हार्दिक मक्कड़ और राहुल सरोहा ने चार मेडल जीते। बुधवार को घर लौटने पर दोनों का भव्य स्वागत किया गया। दिनभर उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
20 वर्षीय हार्दिक मक्कड़ ने बताया कि उनके पिता पवन मक्कड़ शहर में पावर टूल्स का कारोबार करते हैं। उनका दायां हाथ बचपन से ही पूरा नहीं उठता है और कमजोर है। बचपन में वह अधिक मोटे थे। वजन कम करने के लिए ही बैडमिटन खेलना शुरू किया था। बाद में किसी ने उनको पैरा गेम्स के बारे में बताया। वर्ष 2014 में उन्होंने शहर के मोहित खत्री की अकादमी में बैडमिटन की कोचिग लेनी शुरू की। वर्ष 2016 में उन्होंने एसयू-5 श्रेणी में पहली बार नेशनल खेला, जिसमें उन्होंने ब्रांज मेडल जीता। वर्ष 2017 और 2018 में भी उन्होंने नेशनल में मेडल जीते थे। 2018 में अंडर-19 में दो गोल्ड मेडल जीते। इसके बाद कोरोना आ गया, इस कारण उनके दो साल बेकार गए लेकिन उन्होंने प्रैक्टिस नहीं छोड़ी। अब पिछले सप्ताह की यूगांडा में हुई प्रतियोगिता में सिगल्स में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद एशियाई युवा पैरा खेलों में उन्होंने दो सिल्वर और एक ब्रांज मेडल जीते। एक-एक दिन में चार-चार मैच होने के कारण हुई थकान से वे बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर सके। अब वे लखनऊ में भारतीय बैडमिटन के चीफ कोच गौरव खन्ना से कोचिग ले रहे हैं। हार्दिक दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीकाम तीसरे वर्ष के छात्र हैं अब वे भुवनेशवर में होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं। बुधवार को बहरीन से लौटने पर मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन, प्रतीक बत्रा, तरुण देवीदास समेत अन्य लोगों ने बधाई दी और फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। रजत पदक लेकर लौटे बेटे को मां ने गले लगाया
बहरीन से ऊंची कूद में पदक लेकर लौटे गांव बैंयापुर के राहुल सरोहा को उनकी मां मीना ने गले से लगा लिया। राहुल ने एशियन यूथ पैरा गेम्स में ऊंची कूद में सिल्वर मेडल जीता है। बुधवार को सुबह घर लौटने पर ग्रामीणों और स्वजन ने नोटों और फूलों की मालाओं के साथ राहुल का भव्य स्वागत किया। इस मौके पर पैरालिपियन अमित सरोहा ने भी पहुंचकर राहुल को मेडल जीतने पर बधाई दी। अमित की प्रेरणा से राहुल ने पैरा खेलों को अपनाया था। अमित हर महीने उनकी आर्थिक मदद भी करते हैं।