ग्रामीणों ने मछली पालन का किया विरोध, टीम बैरंग लौटी

तालाब खोदवाने के लिए अधिकारी शुक्रवार को बोली लगवाने के लिए गांव में पहुंचे थे। ग्रामीणों ने भूजल स्तर उथला होने का हवाला देकर मछली पालन नहीं देने का ऐलान कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:22 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:22 PM (IST)
ग्रामीणों ने मछली पालन का किया विरोध, टीम बैरंग लौटी
ग्रामीणों ने मछली पालन का किया विरोध, टीम बैरंग लौटी

जागरण संवाददाता, सोनीपत : रौलद लतीफपुर के ग्रामीणों ने पंचायत की जमीन पर मछली पालन नहीं होने देने का ऐलान किया है। प्रशासन को पंचायती जमीन पर तालाब खोदवाने थे। उनमें मछली पालन कराने की तैयारी थी। तालाब खोदवाने के लिए अधिकारी शुक्रवार को बोली लगवाने के लिए गांव में पहुंचे थे। ग्रामीणों ने भूजल स्तर उथला होने का हवाला देकर मछली पालन नहीं देने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि तालाबों में पानी भरने से उनके यहां का भूजल स्तर और बढ़ जाएगा, जिससे खेती नहीं हो सकेगी। ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रशासन की टीम वापस लौट गई।

पूर्व सरपंच राजेंद्र सिंह, पूर्व सरपंच रणबीर सिंह, पूर्व सरपंच धर्मपालसिंह, नंबरदार बलबीर सिंह, पंच पिकी, मनोज कुमार, रामबीर, अशोक कुमार, बिजेंद्र और अंकित ने बताया कि गांव में करीब 86 एकड़ 6 कनाल 19 मरले पंचायती भूमि है। उस पर प्रशासन मत्स्य पालन कराने के लिए तालाबों की खोदाई करने का प्रोजेक्ट शुरू करना चाहता है। ग्रामीण पंचायती जमीन पर तालाब बनवाने का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायती भूमि पर इतने बड़े क्षेत्र में तालाबों का निर्माण होता है तो इससे आसपास के क्षेत्र में भूजल स्तर बढ़ जाएगा। क्षेत्र में पहले से ही भूजल स्तर काफी ऊपर है। जल स्तर बढ़ने से खेती करना मुश्किल होने का डर ग्रामीणों को सता रहा है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की गई कि उक्त भूमि पर तालाब न बनाकर आक्सीजन बाग स्थापित किया जाए। इस जमीन को खेती योग्य भी बनाया जा सकता है। उन्होंने उपायुक्त को ज्ञापन देकर मछली तालाब नहीं बनाने की मांग की थी। ग्रामीणों ने बताया कि अफसरों की टीम ने गांव में मुनादी करवाने की झूठी रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेज दी थी। ग्रामीण तालाबों की खोदाई का शुरू से ही विरोध कर रहे हैं। गांव के चौकीदार से कागजों पर अंगूठा लगवा लिया गया।

उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देशों पर मछली पालन का प्रोजेक्ट तैयार किया था। इससे ग्रामीणों को रोजगार मिलता। ग्रामीण प्रोजेक्ट को लेकर विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को टीम को जागरूक करने के लिए भेजा गया था। ग्रामीणों अभी भी विरोध कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

- कृष्ण मलिक, जिला पंचायत अधिकारी, सोनीपत

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