सड़क चौड़ीकरण के लिए कटेंगे छह हजार से ज्यादा पेड़

सड़क चौड़ीकरण के चलते अब छह हजार पेड़ों को काटा जाएगा। दो साल बाद आखिरकार शासन ने पेड़ों के काटने को स्वीकृति प्रदान कर दी है। शहर से गन्नौर तक 22 किमी की दूरी में सड़क के दोनों ओर की ग्रीन बेल्ट इसकी जद में आ गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 04:33 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 04:33 PM (IST)
सड़क चौड़ीकरण के लिए कटेंगे छह हजार से ज्यादा पेड़
सड़क चौड़ीकरण के लिए कटेंगे छह हजार से ज्यादा पेड़

जागरण संवाददाता, सोनीपत : सड़क चौड़ीकरण के चलते अब छह हजार पेड़ों को काटा जाएगा। दो साल बाद आखिरकार शासन ने पेड़ों के काटने को स्वीकृति प्रदान कर दी है। शहर से गन्नौर तक 22 किमी की दूरी में सड़क के दोनों ओर की ग्रीन बेल्ट इसकी जद में आ गए हैं। इसके बदले में एचएसआइआइडीसी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) की ओर से वन विभाग को सात करोड़ रुपये जमा कराए जाएंगे। इस धनराशि से नई ग्रीन बेल्ट को स्थापित किया जाएगा। इसमें दस हजार पेड़ फलदार लगाने की तैयारी है। एक साथ छह हजार पेड़ों के कटने से पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

सोनीपत से कामी होकर गन्नौर तक की दूरी 22 किमी है। इस मार्ग पर सड़क के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट लगी हुई है। इस ग्रीन बेल्ट पर बड़े-बड़े पेड़ हैं। मौजूदा समय में सड़क की चौड़ाई करीब छह मीटर है। अब इसको 12 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इससे दोनों ओर की ग्रीन बेल्ट के पेड़ों को काटा जाएगा। इस 22 किमी की दूरी में ग्रीन बेल्ट पर करीब छह हजार बड़े पेड़ हैं। इन पेड़ों को काटने की पत्रावली केंद्र सरकार को भेजी गई थी। दो साल के बाद अब इन पेड़ों को काटने की अनुमति प्रदान कर दी गई है।

इस मार्ग का चौड़ीकरण एचएसआइआइडीसी की ओर से कराया जाएगा। विभागीय अधिकारियों का तर्क है कि इस मार्ग पर वाहनों का दबाव काफी बढ़ गया है। इससे जाम लगने और हादसा होने के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। ऐसे में सड़क का चौड़ा किया जाना आवश्यक है। अब 12 मीटर सड़क के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट के लिए जमीन दी जाएगी। वन विभाग उस जमीन पर नए सिरे से ग्रीन बेल्ट स्थापित करेगा। इसके लिए एचएसआइआइडीसी से सात करोड़ रुपये की मांग की गई है। अब रुपये जमा कराने के साथ ही इन पेड़ों का कटान शुरू हो जाएगा। गन्नौर में काटे जाएंगे 83 पेड़

लोगों के आवागमन के लिए गन्नौर में एक आरओबी का निर्माण कराया जाना है। उसके चलते 83 पेड़ निर्माण की जद में आ गए हैं। उन पेड़ों का कटान कराने के लिए शासन से स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही उनको काटने का काम शुरू हो जाएगा। इन पेड़ों के स्थान पर अन्य पेड़ लगाए जाएंगे। पेड़ों को पालने में बड़ा वक्त लगता है, लेकिन विकास कार्यों को नहीं रोका जा सकता। अब नए सिरे से रोड के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी। लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी मानकर पौधा लगाने में सहभागी होने की जरूरत है।

- राजेश वत्स, जिला वन अधिकारी, सोनीपत।

chat bot
आपका साथी