महापंचायत में होगा फैसला, निहंग समर्थन देंगे या घर जाएंगे
सिंघु बार्डर पर दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या के मामले के तूल पकड़ने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने इस घटना से पल्ला झाड़ लिया था। राकेश टिकैत योगेंद्र यादव बलवीर सिंह राजेवाल और अभिमन्यु कोहाड़ ने पुलिस और कानून को अपना काम करने की सलाह दी थी।
डीपी आर्य, सोनीपत। कुंडली बार्डर पर 27 अक्टूबर को होने वाली निहंगों की महापंचायत में निहंग प्रदर्शन के साथ रहने या इसे छोड़कर अपने घर जाने का फैसला लेंगे। निहंग मोर्चा के नेताओं के बयानों से नाराज हैं। उनका मानना है कि मोर्चा के नेताओं की बयानबाजी से ही पुलिस कार्रवाई की हिम्मत जुटा सकी है। मोर्चा के नेता प्रदर्शन में निहंगों को आगे कर देते हैं और फिर खुद पल्ला झाड़ लेते हैं। कुंडली बार्डर पर दोनों पक्षों के प्रमुख अपनी-अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। निहंगों ने शुक्रवार को पंजाब के दलित युवक लखबीर की हाथ-पैर काटकर हत्या कर दी थी। उसके शव को चौराहे पर लाकर लटका दिया था। इस वीभत्स घटना के वीडियो-फोटो देशभर में वायरल हो गए थे। निहंगों ने लखबीर पर धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी का आरोप लगाया था।