तीन दिन बाद भी नहीं मिला यमुना में डूबा इंजीनियर
जागरण संवाददाता सोनीपत गांव उमेदगढ़ के रहने वाले इंजीनियर का तीन दिन बाद भी पता नहीं लगा
जागरण संवाददाता, सोनीपत : गांव उमेदगढ़ के रहने वाले इंजीनियर का तीन दिन बाद भी पता नहीं लगाया जा सका है। वह रविवार को पत्नी और मां के साथ नहाने के लिए मीमारपुर में यमुना किनारे पहुंचे थे। वहां तेज बहाव के चलते वह यमुना में बह गए थे। परिवार के लोग निजी गोताखोरों के सहारे उनकी तलाश करा रहे हैं। पुलिस-प्रशासनिक स्तर पर उनको अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है।
गांव मीमारपुर के यमुना तट पर अपने भाई संदीप गौतम को तलाश रही काजल गौतम ने बताया कि तीन दिनों से वह अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी। काजल ने बताया कि आज एक मोटरबोट के लिए पुलिस अधिकारियों से बात की गई थी तो उन्होंने पत्र लिखने की औपचारिकता पूरी करने को कहा है। इस पर उन्होंने चौकी इंचार्ज के नाम पत्र लिखकर एक सरकारी वाहन, पोकलेन मशीन व बोट की मांग की है। इस पत्र को जिला उपायुक्त की मंजूरी मिलने के बाद तहसीलदार को भेजा गया है। उसके बाद प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। इंजीनियर संदीप गौतम के स्वजन ने बेवजह की औपचारिकता के नाम पर परेशान करने पर नाराजगी जताई है।
गांव उमेदगढ़ के रहने वाले संदीप गौतम (30) फरीदाबाद में इंफोसिस कंपनी में इंजीनियर हैं। वह फिलहाल फरीदाबाद में ही रहते हैं। उनकी करीब डेढ़ साल पहले मनीषा के साथ शादी हुई थी। उनके परिवार में मान्यता है कि शादी के बाद दंपती को एकसाथ यमुना स्नान करना पड़ता है। संदीप को अपनी कंपनी की तरफ से 27 सितंबर को कनाडा जाना था। ऐसे में उन्होंने कनाडा जाने से पहले परिवार की मान्यता को पूरी करने के लिए 26 सितंबर को यमुना स्नान का कार्यक्रम बना लिया। वह परिवार के सदस्यों के साथ रविवार सुबह यमुना पर स्नान करने गांव मीमारपुर घाट पर गए थे। पत्नी मनीषा ने बताया कि उनके पति उनसे दो कदम आगे चल रहे थे। जब वह यमुना के किनारे पहुंचे तो अचानक पैर फिसल गया और वह यमुना में गिर गए और तेज बहाव के कारण डूब गए।
वर्जन
हमारी पुलिस टीम लगातार यमुना तट पर है। इंजीनियर के स्वजन का पूरा सहयोग किया जा रहा है। जरूरी उपकरण व सुविधा प्रशासन को उपलब्ध कराने हैं। इसके लिए पुलिस ने अविलंब प्रयास शुरू कर दिए हैं।
-सुखवीर सिंह, एसएचओ, थाना मुरथल