चुपके-चुपके रातोंरात बिक गए शहर के फुटपाथ

शहर में फुटपाथों पर दुकानें सज गई हैं। दुकानदारों ने अपने सामने के फुटपाथ पर ठेली-पटरी वालों को बैठा दिया है। उनसे मोटा किराया वसूला जा रहा है। शहर में कई स्थानों पर दुकानों का किराया कम है और दुकानदार ठेली-पटरी वालों से किराया ज्यादा ले रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 05:41 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 05:41 PM (IST)
चुपके-चुपके रातोंरात बिक गए शहर के फुटपाथ
चुपके-चुपके रातोंरात बिक गए शहर के फुटपाथ

डीपी आर्य, सोनीपत

शहर में फुटपाथों पर दुकानें सज गई हैं। दुकानदारों ने अपने सामने के फुटपाथ पर ठेली-पटरी वालों को बैठा दिया है। उनसे मोटा किराया वसूला जा रहा है। शहर में कई स्थानों पर दुकानों का किराया कम है और दुकानदार ठेली-पटरी वालों से किराया ज्यादा ले रहे हैं। पुलिस और नगर निगम की मिलीभगत से शहर के फुटपाथ किराए पर उठा दिए गए हैं। इन पर बाजार सजे हैं। इसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं। दिनभर जाम का सामना करने के साथ ही हादसे भी होते हैं। कई जगह तो ठेली-पटरी वालों से लाखों रुपये पगड़ी ले ली गई है। पुलिस अधिकारियों ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।

फुटपाथ पैदल चलने वालों के लिए बनाए जाते हैं। वाहनों की भागमभाग से बचकर पैदल और साइकिल सवार फुटपाथ से होकर निकलते हैं। शहर के ज्यादातर फुटपाथ पर बाजार सज गए हैं। ठेली-पटरी वालों ने फुटपाथ पर अपनी दुकान लगा ली हैं। उन्होंने अपनी दुकान फ्री में नहीं लगाई हैं। फुटपाथ पर उनको खड़े होने देने के बदले में दुकानदार मासिक किराया वसूलते हैं। उनसे पांच से 25 हजार रुपया महीना तक का किराया वसूला जा रहा है। गोहाना रोड व तिरंगा चौक

तिरंगा चौक के पास एक जूतों के शोरूम के बाहर फुटपाथ पर फलों की ठेली लगाने वाले से पांच लाख रुपये पगड़ी (करार धनराशि) ली गई है। उससे 25 हजार रुपया महीना किराया लिया जा रहा है। यहां पर सब्जी की ठेली लगाने वाले से 20 हजार रुपया किराया लिया जाता था। अब उसको हटा दिया गया है। यह मामला अब थाने में पहुंच गया है। गोहाना रोड पर फुटपाथ कहीं पर खाली नहीं है। छोटूराम चौक पर फुटपाथ पर स्थाई कब्जा कर दुकान लगवा दी गई हैं। ऐसा ही रेलवे रोड और गीताभवन चौक पर हो रहा है।

दुकान से ज्यादा फुटपाथ का किराया

बटन फैक्ट्री चौक पर नगर निगम की दुकानों का किराया एक से तीन हजार रुपये महीना है जबकि दुकानों के बाहर फुटपाथ पर रेहड़ी-ठेली लगाने वालों से 15 हजार रुपया महीना लिया जा रहा है। छोले-भठूरे व मटर कुलचे का ठिया लगाने वालों से 25 हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। इससे परेशानी आम आदमी को झेलनी पड़ रही है। यहां पर बाजार आने वालों को सड़क किनारे कार पार्क करने तक की जगह नहीं मिलती है, क्योंकि सड़कों के किनारों पर फलों के ठेले लगवा दिए गए हैं। फुटपाथ और सड़कों के किनारे की खाली जमीन पर किसी को अवैध कब्जा कराने का अधिकार नहीं है। हमने सभी एसएचओ से इसकी रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। नगर निगम के साथ मिलकर इसकी कार्ययोजना तैयार की जाएगी। शहर को जाम मुक्त बनाया जाएगा। कोई दुकानदार अपनी दुकान के सामने का फुटपाथ किसी को किराए पर नहीं दे सकता। ठेली-पटरी की दुकानों के लगने का निर्णय नगर निगम को करना है।

- डा. रवींद्र कुमार, डीएसपी सिटी

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