साथी की हत्या करने वाले को बिहार से लाई सोनीपत पुलिस
सदर थाना पुलिस ने साथी श्रमिक की हत्या कर भागे उसके साथी को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। उसको बिहार में न्यायालय में पेशकर दो दिन की राहदारी रिमांड पर लिया गया।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : सदर थाना पुलिस ने साथी श्रमिक की हत्या कर भागे उसके साथी को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। उसको बिहार में न्यायालय में पेशकर दो दिन की राहदारी रिमांड पर लिया गया। उसके बाद आरोपित को सोनीपत न्यायालय में पेशकर चार दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस को पुख्ता सुबूत मिले हैं कि हत्या गिरफ्तार आरोपित गोटाई महलदार ने ही की थी। उससे हत्या करने के कारणों का पता किया जा रहा है। मृतक और आरोपित दोनों बिहार में एक ही गांव के रहने वाले थे और कई साल से साथ रहकर मजदूरी कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि बिहार के कई श्रमिक खेती का काम करने हर साल जिले में आते हैं। देवड़ू निवासी किसान रामचंद्र के ठरू-उल्देपुर के पास के खेत में बने कमरे में श्रमिक शरीफुल और गोटाई महलदार रहते थे। ये गांव जमीरा, जलालगढ़ जिला पूर्णिया बिहार के रहने वाले थे। 12 अक्टूबर को गोटाई महलदार चुपचाप बिहार चला गया था और शरीफुल गायब हो गया था। 15 अक्टूबर को शरीफुल का शव गन्ने के खेत में पड़ा मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि पहले उसके सिर पर डंडे से वार किया गया। उसके बाद कपड़े से बनाई गई रस्सी से गला घोंटा गया। शरीफुल का शव सड़-गल गया थ। उसको कई जगह से जानवरों ने नोंच लिया था। जांच अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपित गोटाई महलदार को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। उसको पूर्णिया की अदालत में पेश कर राहदारी रिमांड पर लिया गया। वहां से लाकर सोनीपत न्यायालय में पेश किया गया। उसको चार दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस को कर रहा गुमराह
आरोपित गोटाई ने पुलिस टीम को गुमराह करने का प्रयास किया। उसने बताया कि सोमवार 12 अक्टूबर को शरीफुल जिदा था। वह दोपहर में गोटाई को बस में बैठाकर गया था जबकि पोस्टमार्टम में साफ हो गया था कि हत्या 11 अक्टूबर रविवार को ही कर दी गई थी। शरीफुल का मोबाइल 12 अक्टूबर से रिसीव नहीं हुआ था। शाम को केवल एक काल रिसीव की गई। काल करने वाले शरीफुल के साले का आरोप है कि गोटाई ने गुमराह कर शरीफुल बनकर बात करने का प्रयास किया था। उसने उसको पहचान लिया था। उसके बाद से आरोपित ने फोन नहीं उठाया। जिस समय से शरीफुल का फोन उठना बंद हुआ था, उस समय गोटाई की मोबाइल लोकेशन उसके साथ ही थी। हत्या करने के बाद वह रात को वहीं पर रुका और सोमवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश होकर बिहार चला गया।