अधिकारियों की टीम ने किया स्पेशल होम का निरीक्षण

एक्ट के अनुसार बाल कैदियों को आयु वर्ग के अनुसार रखा जाना चाहिए। इनमें 11 से 14 वर्ष 15 से 18 वर्ष व 19 से बड़े कैदियों को अलग रखा जाए जबकि स्पेशल होम में सभी आयुवर्ग के कैदी एक साथ रह रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 08:03 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 08:03 PM (IST)
अधिकारियों की टीम ने किया स्पेशल होम का निरीक्षण
अधिकारियों की टीम ने किया स्पेशल होम का निरीक्षण

जागरण संवाददाता, सोनीपत : एसीएस होम कमेटी के आदेश पर जिले के अफसरों की तीन सदस्यीय टीम ने स्पेशल होम का निरीक्षण किया और बाल कैदियों से बातचीत कर उनकी परेशानियों को जाना। स्पेशल होम में संसाधन कम मिले। बाल कैदियों में चर्म रोग फैलने के चलते उनका नागरिक अस्पताल में उपचार कराने के आदेश दिए गए। कोरोना से चार बच्चों के संक्रमित मिलने के चलते सभी स्टाफ व बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। स्पेशल होम में जेजे एक्ट के अनुसार बाल कैदियों को रखने के लिए अलग-अलग बैरक बनाने की रिपोर्ट कमेटी ने तैयार की है।

एडिशनल चीफ सेक्रेटरी गृह द्वारा गठित कमेटी में जिले के तीन अफसर हैं। इनमें एसडीएम सदर विजय सिंह, डीएसपी मुख्यालय हंसराज सिंह , डीसीडब्ल्यूसी डा. ऋतु गिल शामिल हैं। कमेटी अब हर महीने स्पेशल होम का निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजेगी। यह निरीक्षण मुख्य रूप से तीन बिदुओं पर आधारित होगा। कमेटी ने स्पेशल होम का पहला निरीक्षण किया। इसमें बाल कैदियों की सुरक्षा, स्पेशल होम में उपलब्ध संसाधन और स्वास्थ्य व स्टाफ शामिल रहा।

जांच में सामने आया कि स्पेशल होम में संसाधनों की कमी के चलते जेजे एक्ट का पालन नहीं किया जा रहा है। एक्ट के अनुसार बाल कैदियों को आयु वर्ग के अनुसार रखा जाना चाहिए। इनमें 11 से 14 वर्ष, 15 से 18 वर्ष व 19 से बड़े कैदियों को अलग रखा जाए जबकि स्पेशल होम में सभी आयुवर्ग के कैदी एक साथ रह रहे हैं। इनमें 11 से 38 वर्ष तक के 77 कैदी हैं। 50 की क्षमता वाले स्पेशल होम में 77 बाल कैदी रहने और विभिन्न आयुवर्ग के कैदियों के एक साथ रहने से छोटे कैदी मानसिक दबाव में रहते हैं।

यह दिए गए निर्देश

कमेटी ने पाया कि कैदियों में चर्म रोग हो रहा है। ऐसे में अधीक्षक को सीएमओ से संपर्क कर कैदियों का उपचार कराने के निर्देश दिए गए। स्पेशल होम में चार कोरोना संक्रमित मिलने के चलते सभी कैदियों व स्टाफ का परीक्षण कराने के आदेश दिए गए। सुरक्षा के चलते स्पेशल होम की दीवारों, चारदीवारी, बिजली के खंभे व पेड़ों के आसपास कंटीले तार लगाने के आदेश दिए। बच्चों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता पर कमेटी ने संतोष जताया।

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हमारी टीम ने स्पेशल होम का निरीक्षण किया। वहां पर संसाधन संबंधी अनियमितताएं मिली हैं। कैदियों में चर्म रोग मिला है। कोरोना से संक्रमित कैदी भी स्पेशल होम में मिले हैं। खाने की गुणवत्ता संतोषजनक मिली। इसकी रिपोर्ट तैयार कर एसीएस होम को भेजी जा रही है।

- विजय सिंह, एसडीएम सदर व टीम के सदस्य

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