आंदोलनकारी एक तरफ का रास्ता खोलें तो तुरंत खुल जाएगा सिघु बार्डर : सांसद भाटिया

मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि बार्डर बंद होने के कारण कुंडली और आसपास के लोगों का दिल्ली जाना दूभर हो गया है जबकि इस क्षेत्र के अधिकांश लोगों की आजीविका ही दिल्ली से चलती है। रास्ता बंद होने के कारण क्षेत्र की फैक्ट्रियों में भी उत्पादन ठप है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:31 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:31 PM (IST)
आंदोलनकारी एक तरफ का रास्ता खोलें तो तुरंत खुल जाएगा सिघु बार्डर : सांसद भाटिया
आंदोलनकारी एक तरफ का रास्ता खोलें तो तुरंत खुल जाएगा सिघु बार्डर : सांसद भाटिया

जागरण संवाददाता, सोनीपत : कुंडली बार्डर पर पिछले छह महीने से कृषि कानून विरोधी आंदोलन जारी है। इससे बार्डर पूरी तरह से बंद है। लोगों को दिल्ली आने-जाने के रोजमर्रा के कामों में दिक्कत आ रही हैं। इसे देखते हुए राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच ने बार्डर पर एक तरफ का रास्ता खुलवाने की मुहिम शुरू की है। इसको लेकर मंच के सदस्यों ने शनिवार को करनाल के सांसद संजय भाटिया से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सांसद भाटिया ने आश्वास्त किया कि यदि आंदोलनकारी एक तरफ का रास्ता खोल देते हैं तो सरकार तुरंत सिघु बार्डर खोल देगी।

मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि बार्डर बंद होने के कारण कुंडली और आसपास के लोगों का दिल्ली जाना दूभर हो गया है, जबकि इस क्षेत्र के अधिकांश लोगों की आजीविका ही दिल्ली से चलती है। रास्ता बंद होने के कारण क्षेत्र की फैक्ट्रियों में भी उत्पादन ठप है और लोग बेरोजगार हो रहे हैं। इसे देखते हुए मंच आंदोलन का समाधान निकलने तक बार्डर पर एक तरफ का रास्ता खोलने को लेकर लगातार जनसंपर्क कर रही है। मंच के सदस्यों ने कुछ दिन पहले संयुक्त मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी से भी मुलाकात कर स्थानीय लोगों की समस्याओं से अवगत करवाया था और आंदोलन का समाधान होने तक एक तरफ का रास्ता खोलने का प्रस्ताव रखा था। इस पर फिलहाल मोर्चा की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है। इसी को लेकर मंच का एक प्रतिनिधिमंडल ने करनाल के सांसद संजय भाटिया से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने लोगों की समस्याएं रखते हुए एक तरफ का रास्ता खुलवाने को लेकर सरकार की मंशा जानने की कोशिश की। अध्यक्ष नांदल ने बताया कि उनके प्रस्ताव पर सांसद ने स्पष्ट किया कि जब तक आंदोलन का कोई स्थायी समाधान नहीं निकलता, तब तक अगर आंदोलनकारी हाईवे को एक तरफ से आम जनता के लिए खोलते हैं तो सरकार तुरंत उस तरफ से कुंडली व सिघु बार्डर खोलने को तैयार है। क्योंकि सरकार आमलोगों की समस्याओं से परिचित है। उन्होंने मंच के सदस्यों को आश्वस्त किया कि इस प्रस्ताव में सरकार की ओर से कोई भी बाधा नहीं आएगी। अध्यक्ष ने कहा कि मंच इस मुहिम के तहत सरकार के संदेश से संयुक्त किसान मोर्चा को अवगत करवाते हुए एक तरफ का रास्ता खोलने की मांग करेगा। प्रतिनिधिमंडल में रामफल सरोहा, डा. ताराचंद राणा, विकास आदि शामिल थे।

chat bot
आपका साथी