दफ्तरों से निकलो बाहर, सड़क पर दिखनी चाहिए पुलिस : एसपी
एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने एसएचओ को निर्देश दिए हैं कि पुलिस सड़कों पर दिखनी चाहिए। आफिसों में बैठकर पुलिसिग होने वाली नहीं है। गस्त और चेकिग को तत्काल बढ़ा दिया जाए। अपराध नियंत्रण हर हाल में करना है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत: एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने एसएचओ को निर्देश दिए हैं कि पुलिस सड़कों पर दिखनी चाहिए। दफ्तरों में बैठकर पुलिसिग होने वाली नहीं है। गश्त और चेकिग को तत्काल बढ़ा दी जाए। अपराध नियंत्रण हर हाल में करना है। किसी स्तर पर अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार सहन नहीं किया जाएगा। वह लघु सचिवालय के सभागार में क्राइम मीटिग को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने पर्यवेक्षण अधिकारियों और थानाध्यक्षों व यूनिट प्रभारियों से कहा कि जीटी रोड, ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में विशेष तौर से पेट्रोलिंग व गश्त बढ़ा कर लूट व चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जाए। आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों पर विशेष निगरानी रखी जाए। अवैध हथियारों, अवैध शराब व मादक पदार्थ तस्करी के धंधे पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जाए। पीओ, बेल जंपरों व पैरोल जंपरों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। हाईवे पर ओवर स्पीड व शराब पीकर वाहन चलाने वालों के चालान में तेजी लाई जाए। उन्होंने अपराध पर अंकुश लगाने तथा संगीन व अनसुलझे मामलों को तुरंत सुलझाकर न्यायालय में चालान तय सीमा में करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी अपनी ड्यूटी सच्ची लगन, मेहनत, ईमानदारी व निष्पक्षता से करे।
महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरते। वृद्धों व महिलाओं को चेकिग के दौरान परेशान न किया जाए। पुलिस कार्यालय से मिली शिकायत व थानों में आने वाली शिकायतों का तुरंत समाधान किया जाए। अनसुलझे मामलों को तुरंत प्रभाव से सुलझाया जाए। गश्त के दौरान असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखें। भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत मे सहन नहीं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कई एसएचओ को अपराध नियंत्रण करने और व्यवहार में सुधार लाने की कड़ी चेतावनी दी। क्राइम मीटिग में सभी थानों के एसएचओ और सभी डीएसपी मौजूद रहे। संकेतों में दिए कई संदेश
जिले का कार्यभार ग्रहण करने के बाद एसपी की यह पहली क्राइम मीटिग थी। इसमें उन्होंने कई थानों के एसएचओ को संकेत दिए। एसपी को सबसे ज्यादा नाराजगी पुलिसकर्मियों की अपराधियों से मिलीभगत को लेकर थी। इस तरह की कई शिकायत अधिकारियों को मिल रही थीं। उन्होंने कड़े लहजे में कहा कि ऐसी धमक चाहिए कि अपराधी थानों के आसपास से गुजरने की हिम्मत भी नहीं जुटा सके। पुलिस का नाम सुनते ही अपराधियों को पसीना आना चाहिए। यदि किसी भी स्तर पर बदमाशों से मिलीभगत सामने आती है तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।