निजी स्कूलों ने उड़ाई सरकारी आदेशों की धज्जियां

प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते स्कूल बंदी के आदेश की निजी स्कूलों ने पहले ही दिन धज्जियां उठा दी। सरकारी आदेशों के पहले ही दिन सोनीपत में निजी स्कूलों में नियमों की जमकर अवहेलना की। जिले में कई निजी स्कूल खुले रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:47 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:47 PM (IST)
निजी स्कूलों ने उड़ाई सरकारी आदेशों की धज्जियां
निजी स्कूलों ने उड़ाई सरकारी आदेशों की धज्जियां

जागरण संवाददाता, सोनीपत : प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते स्कूल बंदी के आदेश की निजी स्कूलों ने पहले ही दिन धज्जियां उठा दी। सरकारी आदेशों के पहले ही दिन सोनीपत में निजी स्कूलों में नियमों की जमकर अवहेलना की। जिले में कई निजी स्कूल खुले रहे। कुछ स्कूल ही ऐसे थे, जिन्होंने स्कूलों में अवकाश घोषित किया जबकि सरकारी स्कूल पूरी तरह से बंद रहे। हालांकि शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि सभी ब्लाक अधिकारियों को आदेश से अवगत करवा दिया गया था। साथ ही सख्ती से पालना करवाने को कहा गया था। अब सोमवार से शिक्षा विभाग की टीम निरीक्षण के लिए फील्ड में उतरेंगी।

निजी स्कूलों में कुछ स्कूल ऐसे रहे जहां विद्यार्थियों को स्कूल पहुंचने के बाद अवकाश का पता लगा। इसके बाद तुरंत छुट्टी कर स्कूल को बंद कर दिया गया। शहर के ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी आदेशों का कोई असर नहीं दिखा। शनिवार को आम दिनों की तरह ही स्कूल खुले। शनिवार को एक्यूआइ (वायु गुणवत्ता स्तर) 192 के आसपास रहा, यह मानक से चार गुणा अधिक है। इस प्रदूषण स्तर पर सांस लेने में तकलीफ होती है। बुजुर्गों और बच्चों के लिए ज्यादा परेशानी होती है। अधिकारियों के मुताबिक स्कूल बंद करने का उद्देश्य है कि स्कूलों में छुट्टी होगी तो वाहनों का आवागमन कम होगा। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा। साथ ही बच्चे भी प्रदूषण के प्रभाव से बच पाएंगे, लेकिन कई निजी स्कूल संचालकों ने इन आदेशों को नहीं माना। इसके चलते बच्चों को स्कूल जाना पड़ा। उपायुक्त ललित सिवाच का कहना है कि वायु की गुणवत्ता में सुधार के लिए जिले के भीतर आगामी निर्देशों तक स्कूल बंद रहेंगे। कई स्कूल संचालक आदेशों से अनभिज्ञ :

शिक्षा विभाग स्कूल संचालकों को सरकार के आदेशों से अवगत कराए जाने का दावा कर रहा है जबकि कई स्कूल संचालकों का कहना है कि शिक्षा विभाग की ओर से उनको कोई सूचना नहीं मिली है। यदि समय पर सूचना मिलती तो नियमों का पालन जरूर करते। जो स्कूल शनिवार को खोले गए थे उनके संचालकों को कहना है कि सरकार के आदेश का पालन किया जाएगा। उपायुक्त बोले, उल्लंघन होता दिखे तो तुरंत दे सूचना :

उपायुक्त ललित सिवाच ने जिलेवासियों से भी प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। उपायुक्त ने कहा कि यदि अपने आसपास कहीं भी प्रदूषण नियंत्रण उपायों का उल्लंघन होता दिखे तो तुरंत इसकी सूचना जिला प्रशासन को दें। उपायुक्त ने बताया कि इस अवधि के दौरान निर्माण कार्यों (गैर प्रदूषित गतिविधियां जैसे पलंबिग, इंटीरियर डेकोरेशन, इलेक्ट्रिकल व‌र्क्स, कारपेंटरी व एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन द्वारा छूट प्राप्त गतिविधयों को छोड़कर) पर रोक रहेगी। इसी प्रकार डीजल चालित जेनरेटर (आवश्यक और आपातकाल सेवाओं को छोड़कर) के इस्तेमाल पर भी रोक रहेगी। सरकार के आदेश से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को अवगत करा दिया गया था। यदि आदेश के बावजूद स्कूल खोले गए है तो ऐसे स्कूलों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। सोमवार से आदेशों का सख्ती से पालन करवाया जाएगा। टीम स्कूलों का निरीक्षण करने फील्ड में उतरेंगी।

प्रोमिला भारद्वाज, जिला शिक्षा अधिकारी

chat bot
आपका साथी