नारायणी माता भक्तों की करती हैं रक्षा : कविता जैन
कविता जैन ने कहा कि नारायणी माता की कृपा से भक्तों का उद्धार होता है। इस लोक के साथ-साथ भक्तों का परलोक भी सुधरता है इसलिए भक्तों को पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ माता का पूजन और स्मरण करना चाहिए।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन ने कहा कि नारायणी माता से कामना की कि वे अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाए रखें। उन्होंने श्रद्धालुओं का भी आह्वान किया कि वे नियमित रूप से माता की आराधना कर अपने जीवन को सफल बनाएं। वे महलाना रोड स्थित श्री शिवशक्ति नारायणी माता मंदिर में आयोजित श्री शिवशक्ति नारायणी माता जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंची थीं। कविता जैन ने नारायणी माता की आराधना की और हवन में आहुति डालकर माता के श्री चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही भंडारे में श्रद्धालुओं के साथ प्रसाद भी ग्रहण किया।
कविता जैन ने कहा कि नारायणी माता की कृपा से भक्तों का उद्धार होता है। इस लोक के साथ-साथ भक्तों का परलोक भी सुधरता है, इसलिए भक्तों को पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ माता का पूजन और स्मरण करना चाहिए। ऐसा करके वे अपना कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं। नारायणी माता के इस मंदिर में आने वाले भक्तों को माता रानी ने कभी निराश नहीं किया। यह बेहद प्राचीन मंदिर है जिसमें दूर-दूर से भक्तगण आते हैं। कविता जैन ने कहा कि आज के व्यस्त एवं तनाव भरे दौर में मन की शांति बेहद आवश्यक है, जिसके लिए भक्तों को माता का स्मरण करना चाहिए। ऐसा करने से भक्तों का उत्थान होगा। साथ ही भक्तों की सांसारिक समस्याओं का निवारण होगा। उन्होंने कहा कि अध्यात्म के माध्यम से लोगों की हर प्रकार की समस्याओं का हल किया जा सकता है। इससे संस्कार और संस्कृति को भी बल मिलता है। यदि बच्चों में शुरुआत से ही संस्कार डाले जाएं तो उनका भविष्य सुधर जाता है। कविता जैन ने इस दौरान संक्षिप्त रूप में नारायणी माता की कथा भी सुनाई। इस अवसर पर ओमप्रकाश, महेंद्र सिंह प्रधान, करतार सिंह, रामनिवास, धर्मदास, धर्म सिंह, कृष्ण, बालकिशन, संजय, रविद्र राणा, हंसराज व अन्य मौजूद रहे।