क्षेत्र को बर्बादी की ओर धकेल रहा आंदोलन, रास्ता खुलवाए सरकार

राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन से बंद रास्तों के कारण क्षेत्र बर्बादी की ओर बढ़ रहा है। पिछले 10 माह से कुंडली बार्डर बंद होने के कारण क्षेत्र के लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 05:42 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 05:42 PM (IST)
क्षेत्र को बर्बादी की ओर धकेल रहा  
आंदोलन, रास्ता खुलवाए सरकार
क्षेत्र को बर्बादी की ओर धकेल रहा आंदोलन, रास्ता खुलवाए सरकार

जागरण संवाददाता, सोनीपत: राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच के अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन से बंद रास्तों के कारण क्षेत्र बर्बादी की ओर बढ़ रहा है। पिछले 10 माह से कुंडली बार्डर बंद होने के कारण क्षेत्र के लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है। उद्योग-धंधे पूरी तरह से ठप पड़े हैं। एक सवाल के जवाब में नांदल ने कहा कि आंदोलन की वजह से क्षेत्र में नशे का कारोबार बढ़ रहा है। राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच एक माह बाद बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेगा। इस दौरान कोई अप्रिय घटना हुई तो इसकी जिम्मेदार सरकार ही होगी। हेमंत नांदल बृहस्पतिवार को एटलस रोड स्थित एक रेस्तरां में पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे।

हेमंत नांदल ने कहा कि मंच की तरफ से 10 दिन पहले टीकरी बार्डर पर भी रास्ता खुलवाने के लिए लघु पंचायत की गई थी। राष्ट्रवादी परिवर्तन मंच आंदोलन के समर्थन में है, लेकिन दिल्ली की ओर आने-जाने का रास्ता खुलवाने के लिए छह माह से लगातार लोगों के साथ मिलकर संघर्ष कर रहा है। मंच की ओर से जब भी पंचायत रखी जाती है तो पुलिस व प्रशासन की ओर से सख्ती बढ़ा दी जाती है। इस पंचायत में मंच के पदाधिकारियों को पुलिस व प्रशासन का साथ नहीं मिलता और पंचायत में आसपास के लोगों को एकत्रित नहीं होने दिया जाता। नशे के सवाल पर हेमंत नांदल ने कहा कि कुंडली बार्डर पर किसान आंदोलन की वजह से नशे का कारोबार जरूर बढ़ा है। कुंडली बार्डर पर एक तरफ का रास्ता खुलवाने के लिए खाप पंचायतों से भी बात हुई थी लेकिन आंदोलन को समर्थन दिए जाने के चलते खाप पंचायत रास्ता खुलवाने के लिए आगे नहीं आना चाहती।

भारत बंद के सवाल पर अध्यक्ष हेमंत नांदल ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर को भारत बंद किया जा रहा है जो ठीक नहीं है। आंदोलन के कारण 10 माह से बार्डर बंद होने के कारण क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। पहले ही लाकडाउन में सब कुछ बंद रहा, अब किसान आंदोलन के कारण बहालगढ़ से कुंडली तक का क्षेत्र प्रभावित है। इस दौरान मोनृू प्रधान सेरसा, सोहनलाल, रामफल सरोहा, एडवोकेट सुमित भी मौजूद रहे।

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