रामकरण बैंयापुर: पुलिस कस रही गैंगस्टरों पर शिकंजा, शहर में भी छिपा हो सकता है हथियारों का जखीरा

ग्रामीणों ने बताया कि रामकरण का मिलना कई बदमाश व्यापारी उद्योगपति और पुलिस वालों से था। वह इनको गांव में अपने घर पर नहीं बुलाता था। उसने शहर में दो ठिकाने बना रखे थे। इनमें से एक कालूपुर चुंगी के आसपास है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 21 Mar 2021 05:26 PM (IST) Updated:Sun, 21 Mar 2021 06:24 PM (IST)
रामकरण बैंयापुर: पुलिस कस रही गैंगस्टरों पर शिकंजा, शहर में भी छिपा हो सकता है हथियारों का जखीरा
रामकरण व उसके परिवार के बैंक खातों की ली जा रही जानकारी

सोनीपत [संजय निधि]।  गैंगवार के चलते कोर्ट परिसर में गैंगस्टर अजय उर्फ बिट्टू पर हुए जानलेवा हमले और उसके पिता की हत्या के बाद पुलिस ने गैंगस्टरों पर शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने इसके लिए रामकरण जैसे गैंगस्टर की संपत्ति का पता लगाकर उसको अटैच कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस गैंगस्टर रामकरण के घर से उसकी संपत्ति के सभी कागजात साथ लेकर आई है।

गैंगस्टर लगातार वारदात कर पुलिस के सामने चुनौती पेश कर रहे हैं। इसे लेकर अब पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की तैयारी की है, जिसमें पुलिस अब इनको आर्थिक रूप से कमजोर करने की रणनीति पर काम कर रही है। आर्थिक रूप से तोड़कर गैंग को कमजोर करना आसान होगा। इसके लिए पुलिस ने गैंगस्टर रामकरण के घर छापामारी में मिले आभूषण, नकदी से लेकर लग्जरी गाडिय़़ों और अन्य सामान को जब्त किया है। अब सोमवार को उसके बैंक खातों की डिटेल ली जाएगी। उन्हें सीज कराने को कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं पुलिस उसकी चल-अचल संपत्ति का पूरा खाका खंगाल रही है, जिससे उन्हें अटैच कराकर गैंगस्टर की कमर जोड़ी जा सके।

लैपटाप से खुल सकते हैं कई राज

पुलिस टीम गैंगस्टर के घर से उसके लैपटाप को भी लेकर आई है। लैपटाप एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा। पुलिस का मानना है कि लैपटाप में रामकरण की उगाही के राज छिपे हो सकते हैं। पुलिस की जानकारी में आया है कि रामकरण और बिट्टू दोनों का विवाद व्यापारियों और उद्योगपतियों से उगाही को लेकर है। इसको लेकर रामकरण और बिट्टू एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए थे। बिट्टू की हत्या कराकर रामकरण संदीप बडवासनी गैंग की कमर तोड़ने और अपराध जगत में एकछत्र राज करने को प्रयासरत था।

गांव में नहीं जाते थे गैंगस्टर

ग्रामीणों ने बताया कि रामकरण का मिलना कई बदमाश, व्यापारी, उद्योगपति और पुलिस वालों से था। वह इनको गांव में अपने घर पर नहीं बुलाता था। उसने शहर में दो ठिकाने बना रखे थे। इनमें से एक कालूपुर चुंगी के आसपास है। वह यहीं पर चुपचाप मुलाकात करता था। इससे रामकरण से मिलने वालों को भी अपनी पहचान गुप्त रखने में मदद मिलती थी। इन स्थानों पर भी हथियार छिपे हो सकते हैं। पुलिस इन स्थानों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

पुलिस ने गैंगस्टर पर शिकंजा कसने के लिए उनकी पूरी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। उनकी आर्थिक रूप से जानकारी लेकर उसको अटैच कराया जाएगा। यह संपत्ति अपराध से कमाई हुई है और इसका प्रयोग अपराध कराने में किया जा रहा है। रामकरण बैंयापुर से तो शुरुआत है। एक-एक कर जिले में सक्रिय सभी गैंगस्टर की संपत्ति को अटैच कराई जाएगी। पुलिस शराब माफिया भूपेंद्र की संपत्ति को अटैच करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुकी है।

जशनदीप सिंह रंधावा, एसपी सोनीपत।

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