आइएमटी, विश्वविद्यालय और चावल मिल के प्रोजेक्ट सिरे चढ़े तो बदल जाएगी बरोदा की सूरत
प्रदेश सरकार गोहाना व बरोदा में आइएमटी बनाने जा रही है। आइएमटी के लिए अधिकतर गांव बरोदा हलका के शामिल किए गए हैं। सरकार की पहले 28 सौ एकड़ में आइएमटी बनाने की योजना थी। इनसे इलाके की सूरत बदल जाएगी।
गोहाना, परमजीत सिंह। बरोदा हलका के उपचुनाव की घोषणा होने से पहले ही भाजपा सरकार ने हलके विकास के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। सरकार ने बरोदा के विकास के लिए अहम योजनाओं का खाका भी तैयार किया है। इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (आइएमटी), बुटाना गांव स्थित जनता शिक्षण संस्थान को अपग्रेड करके राजकीय विश्वविद्यालय बनाने और हैफेड द्वारा अत्याधुनिक चावल मिल की परियोजनाएं सिरे चढ़ने पर बरोदा हलका के साथ पूरे गोहाना उपमंडल की सूरत बदल जाएगी। ये प्रोजेक्ट सिरे चढ़ने से बरोदा जहां शिक्षा के हब के रूप में उभरेगा वहीं युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते भी खुल जाएंगे। प्रदेश सरकार डेढ़ माह पहले बरोदा हलका के गांव भैंसवाल कलां और बरोदा में राजकीय कॉलेज शुरू कर चुकी है। हलका अस्तित्व में आने के बाद पहली बार यहां राजकीय कॉलेज खुले हैं। सरकार द्वारा सिंचाई और गांवों में विकास की परियोजनाओं के लिए करोड़ों रुपये मंजूर किए जा चुके हैं।
विश्वविद्यालय बनने से शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
बरोदा हलका में कोई शहर नहीं है बल्कि 54 गांव आते हैं। हलके में उच्चतर शिक्षा के लिए एक भी सरकारी शिक्षण संस्थान नहीं था। 3 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दो राजकीय कॉलेजों का तोहफा दिया था। कॉलेज गांव भैंसवाल कलां और बरोदा में शुरू हो चुके हैं। गांव बुटाना में चौ. धज्जाराम सांगवान ने 1951 में जनता शिक्षण संस्थान शुरू किया था। इस संस्थान की नींव स्कूल के साथ रखी गई थी। करीब 50 एकड़ में फैले इस संस्थान में अब चौ. धज्जाराम जनता महाविद्यालय, फार्मेसी कॉलेज, पालीटेक्निक कॉलेज, जनता स्कूल व वीएलडीए कोर्स के संस्थान चल रहे हैं। क्षेत्र के लोग इस संस्थान को विश्वविद्यालय बनाने की मांग कर रहे थे। सरकार ने इस संस्थान को विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की है। संस्थाओं के पूर्व अध्यक्ष अजीत सांगवान ने इस घोषणा पर प्रदेश सरकार का स्वागत किया। विश्वविद्यालय बनने से क्षेत्र शिक्षा हब के रूप में उभरेगा। इससे पहले गोहाना में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2006 में कन्या गुरुकुल खानपुर कलां और भैंसवाल कलां गुरुकुल संस्थाओं को महिला विश्वविद्यालय बनाया था। गोहाना हलका में खानपुर कलां में तो विश्वविद्यालय का काफी विकास हुआ लेकिन बरोदा हलका में आने वाले गुरुकुल के विकास की तरफ ध्यान नहीं दिया गया।
आइएमटी से खुलेंगे विकास के रास्ते
प्रदेश सरकार गोहाना व बरोदा में आइएमटी बनाने जा रही है। आइएमटी के लिए अधिकतर गांव बरोदा हलका के शामिल किए गए हैं। सरकार की पहले 28 सौ एकड़ में आइएमटी बनाने की योजना थी। शनिवार को एचएसआइआइडीसी के मुख्य समन्वयक सुनील शर्मा गोहाना आए और किसानों से मिले। उन्होंने किसानों को ऑफर दिया कि अगर वे स्वेच्छा से जमीन देने के लिए तैयार हैं तो सरकार कम से कम 55 सौ एकड़ में आइएमटी बनाने के लिए तैयार है। इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए किसानों की मुख्य भूमिका रहेगी। किसानों को अपनी जमीन देने के लिए ई-भूमि पोर्टल पर आवेदन करने होंगे। ये प्रोजेक्ट सिरे चढ़ने के बाद क्षेत्र में विकास होगा और युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे। गांव आहुलाना स्थित चौ. देवीलाल स्टेडियम को छोड़ कर गोहाना व बरोदा में सरकारी उद्योग नहीं है।
बरोदा में हैफेड स्थापित करेगा चावल मिल
बरोदा हलका में हैफेड द्वारा अत्याधुनिक चावल मिल स्थापित की जाएगी। मिल स्थापित होने के बाद बरोदा के विकास को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के रोजगार के अवसर मिलेंगे। हैफेड चावल मिल पर करीब 12 करोड़ रुपये खर्च करेगी। मिल की मिलिंग क्षमता प्रति घंटा चार मीट्रिक टन की होगी। मिल में बासमती चावल सहित विभिन्न किस्मों के चावल की मिलिंग हो सकेगी। गोहाना व बरोदा के किसान मुख्य रूप से धान की खेती करते हैं। मिल की स्थापना से क्षेत्र के किसानों को उनकी फसल के अच्छे भाव मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
जनता शिक्षण संस्थान राजकीय विश्वविद्यालय बनने से शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के रास्ते खुलेंगे। सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं। सरकार क्षेत्र के लोगों की कई साल पुरानी मांग को पूरा करने जा रही है। सरकार चौ. धज्जाराम सांगवान के नाम से विश्वविद्यालय बनाए।
अजीत सांगवान, पूर्व अध्यक्ष जनता शिक्षण संस्थान प्रबंधन समिति
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो