इस सरकारी स्कूल में दाखिले के लिए लगती है लंबी लाइनें, सुविधाओं की राष्ट्रपति भी कर चुके हैं तारीफ

प्राचार्य ने बताया कि छात्राओं को बेहतर पढ़ाई के साथ ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए स्कूल प्रयासरत है। इसी को लेकर स्कूल में सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है। उनका प्रयास है कि छात्राओं को किसी भी क्षेत्र में कोई कमी महसूस न हो।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 21 Mar 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 21 Mar 2021 02:53 PM (IST)
इस सरकारी स्कूल में दाखिले के लिए लगती है लंबी लाइनें, सुविधाओं की राष्ट्रपति भी कर चुके हैं तारीफ
बिल्डिंग व सुविधाएं देखकर नहीं लगता राजकीय स्कूल, दाखिलों के लिए लगती है लंबी लाइनें

सोनीपत, जेएनएन। सोनीपत में मुरथल अड्डा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जिलेभर के निजी स्कूलों को हर तरह से टक्कर दे रहा है। स्कूल की छात्राएं न केवल अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, बल्कि एक-दूसरे से अंग्रेजी में बातचीत भी करती है। यहां की बिल्डिंग व अन्य सुविधाएं देखकर नहीं लगता है कि यह राजकीय स्कूल है। इसमें दाखिलों के लिए छात्राओं की लंबी लाइनें लगती हैं। यही नहीं छात्राएं न केवल जिला स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की झंडी लगाई हुई हैं, बल्कि राष्ट्रपति से भी अवार्ड ले चुकी हैं।

शिक्षा विभाग के रिकार्ड अनुसार स्कूल की स्थापना वर्ष 1948 में हुई थी। स्कूल स्थापित होते ही यहां छात्राओं की पढ़ाई शुरू हो गई थी। 2008 तक स्कूल में छात्राओं की संख्या 1348 तो पहुंच गई, लेकिन स्टाफ और सुविधाएं 50 फीसद से भी कम थी। इससे अध्यापकों के साथ ही छात्राओं को पढ़ाई के साथ ही अन्य गतिविधियों में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी।

इसी वर्ष नवंबर में गांव मुरथल में नियुक्त प्राचार्य संतोष राठी को स्टेट अवार्ड मिला और प्रदेश सरकार ने उन्हें अपनी मर्जी से पांच वर्ष के लिए कोई भी स्कूल चयनित करने अवसर दिया। इस पर संतोष राठी ने सोनीपत शहर में मुरथल अड्डा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को चुना। पिछले 12 वर्ष से संतोष राठी स्कूल प्राचार्य का पद संभाल रही हैं। उनकी मेहनत से आज स्कूल में छात्राओं काे न केवल बेहतर पढ़ाई मिल रही हैं, बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना, अभिभावकों, स्कूल, जिला, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रही हैं।

इस प्रकार बढ़ाई गईं स्कूल में सुविधा

संतोष राठी ने प्राचार्य का पदभार संभालते ही सबसे पहले स्टाफ पूरा करने पर जोर दिया। उस समय स्कूल में करीब 20 कमरे थे और 1300 से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती थी। स्टाफ पूरा न होने के कारण पीटीआइ तक को कक्षा प्रभारी की कमान दी गई थी। प्रत्येक सेक्शन में 105 छात्राओं को शामिल किया था। इनमें आधी छात्राएं कमरे में और आधी बरामदे में बैठती थी। कुछ ही दिनों में स्टाफ पूरा करके उन्होंने छात्राओं की पढ़ाई पर जोर दिया और विभाग से बजट लेकर कमरों का निर्माण शुरू कराया। दो ही वर्ष में स्कूल में 2500 छात्राओं ने दाखिला लिया। अब स्कूल में 45 कमरे हैं, जिनमें हर वर्ष 2000 से अधिक छात्राएं पढ़ाई करती हैं। प्रत्येक कमरे में सीसीटीवी लगाए गए हैं। ये सीसीटीवी पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन और मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने अपने स्तर पर लगवाए हैं।

शिक्षा से प्रेरित होकर संस्था ने बनवाए 10 स्मार्ट कमरे

स्कूल में शिक्षा का स्तर देखकर नोएडा की एक्सट्रा मार्क्स संस्था ने प्राचार्य से संपर्क छात्राओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर विचार किया। उन्होंने स्कूल में 10 स्मार्ट कमरे बनवाए, जिनमें स्क्रीन के माध्यम से छात्राएं पढ़ाई करती हैं। इसके अलावा प्राचार्य ने विभाग से बजट लेकर दो कंप्यूटर लैब, म्यूजिक रूम, आर्ट्स एवं क्राफ्ट रूम व ई-लाइब्रेरी स्थापित है। छात्राओं के लिए स्कूल में सेनेटरी वेडिंग मशीन के अलावा डिस्पोज करने की मशीन भी स्थापित की है। हर कक्षा में छात्राएं बेंचों पर बैठती हैं। यही नहीं सामाजिक लोगों के माध्यम से स्कूल में करीब डेढ़ लाख रुपये का आरओ प्लांट भी लगाया गया है। स्कूल की बिल्डिंग देखकर कोई नहीं कह सकता है कि यह राजकीय बिल्डिंग हैं। स्कूल में लीगल लिटरेसी क्लब, छात्राओं द्वारा अपनी मन की बात कहने के लिए बालिका मंच की स्थापना की है। पानी निकासी के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और पर्याप्त बिजली आपूर्ति के लिए जनरेटर की सुविधा उपलब्ध है।

इन उपलब्धियों को हासिल कर चुका है स्कूल

प्राचार्य संतोष राठी के नेतृत्व में स्कूल की छात्राओं ने क्रिकेट में नेशनल स्तर पर ट्राफी जीती है। पिछले ही वर्ष छात्रा श्रुति ने थाइलैंड में ताइक्वांडो में ट्राफी प्राप्त की है। बेस बॉल और सॉफ्ट बॉल में स्कूल की टीम कई बार राज्यस्तरीय इनाम जीत चुकी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्कूल की टीम ने नेशनल में प्रथम एक, द्वितीय दो और जिला स्तर पर हर वर्ष कई इनाम जीत रही है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत स्कूल की छात्राएं तेलंगाना की संस्कृति, भाषा और वहां की छात्राएं यहां की संस्कृति सीख रही हैं। स्वच्छता में भी स्कूल ने राज्यस्तरीय पुरस्कार जीता है। गर्ल्स गाइड में चार छात्राएं राष्ट्रपति अवार्ड भी प्राप्त कर चुकी हैं। यही वजह है कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 1850 से अधिक छात्राएं दाखिला ले चुकी हैं। इनमें से 131 छात्राएं निजी स्कूलों से आई हैं।

प्राचार्य संतोष राठी ने बताया कि छात्राओं को बेहतर पढ़ाई के साथ ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए स्कूल प्रयासरत है। इसी को लेकर स्कूल में सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है। उनका हमेशा प्रयास रहता है कि छात्राओं को किसी भी क्षेत्र में कोई कमी महसूस न हो। इनके लिए समाजसेवियों से लेकर संबंधित अधिकारी, जिला प्रशासन और शासन का पूरा सहयोग मिल रहा है।

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