चैतन्या बनीं एशिया की यंगेस्ट फीमेल मेनटालिस्ट, नौ राज्यों में लाइव व पांच देशों में आनलाइन शो कर लूट रही वाहवाही

सोनीपत की 11 वर्षीय छात्रा चैतन्या ने अपने हुनर से देश-दुनिया में कई बड़े शो करके वाहवाही लूटी है। उत्तर प्रदेश दिल्ली राजस्थान पंजाब मध्य प्रदेश गोवा मुंबई झारखंड और जम्मू-कश्मीर के अलावा थाइलैंड नेपाल फ्रांस जर्मन और रूस में अपनी कला का आनलाइन शो प्रस्तुत कर चुकी हैं।

By Edited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 12:25 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 12:25 PM (IST)
चैतन्या बनीं एशिया की यंगेस्ट फीमेल मेनटालिस्ट, नौ राज्यों में लाइव व पांच देशों में आनलाइन शो कर लूट रही वाहवाही
यंगेस्ट फीमेल मेनटालिस्ट का खिताब पाने वाली चैतन्या।

सोनीपत [डीपी आर्य]। यंगेस्ट फीमेल मेनटालिस्ट का खिताब पाने वाली शहर के सिक्का कालोनी की रहने वाली 11 वर्षीय छात्रा चैतन्या ने अपने हुनर से देश-दुनिया में कई बड़े शो करके वाहवाही लूटी है। सामने वाले का माइंड रीड करके अविश्वसनीय तथ्य प्रस्तुत करने वाली चैतन्या ने पाखंड और ढोंग का भंडाफोड़ कर गणित और मनोविज्ञान को लोगों के सामने लाकर हरियाणा का नाम रोशन कर रही है। नौ राज्यों में चैतन्या के 22 लाइव शो हो चुकी हैं। वहीं कई देशों में वह आनलाइन शो कर चुकी हैं। जादू जैसे दैवीय कारनामों को विज्ञान से जोड़कर और लोगों को अंधविश्वास से दूर करने के लिए चैतन्या अपने पिता रविंद्र कुमार के साथ लगातार शो कर रही हैं।

देखने में सीधी-सादी छोटी बच्ची चैतन्या जब मंच पर माइक संभालती है तो हजारों की भीड़ तालियां बजाती नजर आती है। उसको हाल ही में रोटरी क्लब और एसएसएफ की ओर से एशिया की यंगेस्ट फीमेल मेनटालिस्ट चयनित किया गया है। इसके प्रमाण पत्र के लिए इंडियन मेंटालाजिस्ट एसोसिएशन में आवेदन किया गया है। वह अपने पिता के साथ मिलकर विज्ञान और तकनीक पर आधारित ऐसे शो कर रही हैं, जिनको अभी तक लोग जादू, बड़ा कारनामा या दैवीय शक्ति मानकर अंधविश्वास में पड़ जाते थे। चैतन्या किसी भी ऐसे सवाल को पलक झपकते हल कर देती हैं, जो आपके दिमाग में चल रहा हो। लोग अपना आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, अपने वाहन की आरसी या कोई नोट लेकर बैठते हैं।

जिस पर वह ध्यान लगाते हैं, चैतन्या उसका नंबर तत्काल बताती है। वह कैलकुलेटर से तीव्र गति से मैथ्स के सवाल हल करती हैं। आंख बंद करके बाजार में साइकिल चलाती हैं। वह फर्श पर गिरने से होने वाली आवाज से बता सकती हैं कि वह कितने रुपये का सिक्का है। वह माइंड रीड व बाडी लैंग्वेज से आपके दोस्त का नाम बताने जैसे करतब दिखाकर दर्शकों का मन मोह लेती हैं। चैतन्या का कहना है कि यह कोई जादुई ताकत या दैवीय शक्ति नहीं होती है। कुछ मनोविज्ञान, गणित, हमारी पांचों इंद्रियों की एकाग्रता, अभ्यास, तीव्रता और सतर्कता हमारे काम का हिस्सा हैं।

पिता ही हैं कोच, विदेश में भी कर चुकी है शो

सिक्का कालोनी की रहने वाली चैतन्या सत्यम स्कूल की कक्षा सात की छात्रा हैं। वे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, गोवा, मुंबई, झारखंड और जम्मू-कश्मीर में अपने शो कर चुकी हैं। इसके अलावा थाइलैंड, नेपाल, फ्रांस, जर्मन और रूस में अपनी कला का आनलाइन शो प्रस्तुत कर चुकी हैं। उसके कोच अपने पिता हैं। उसके पिता रविंद्र कुमार भी 500 से ज्यादा शो कर चुके हैं। वह टीवी शो इंडियाज गाट टैलेंट के 2015 में फाइनेलिस्ट रह चुके हैं। वह झलक दिखला जा के सीजन आठ, एक्टिंग अड्डा के 12 एपिसोड, बकिंग मैजिक गंगा में भी शामिल रहे हैं। हाल ही में चैतन्या का स्टार प्लस और सोनी टीवी के दो एपिसोड के लिए अनुबंध हुआ है!

शहर में साइकिल चलाएंगी चैतन्या

चैतन्या के पिता रविंद्र कुमार रविंद्र ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कोविड सेफ्टी के प्रति जागरूक करने के लिए चैतन्या आंखों पर पट्टी बांधकर सोनीपत के बाजारों से साइकिल से निकलेगी। इसके लिए स्प्रेड स्माइल फाउंडेशन और मां भारती रक्तवाहिनी साइकिल क्लब के सदस्य साथ में साइकिल चलाएंगी। इसके लिए प्रशासन से अनुमति ली जा रही है।

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