नेशनल एचीवमेंट सर्वे के माक टेस्ट में अव्यवस्था का आरोप
संघ के जिला प्रधान जोगेंद्र सिंह सचिव नरेंद्र चहल प्रेस सचिव दिनेश छिकारा व राज्य उपमहासचिव कृष्ण नैन ने बताया कि शुक्रवार को तीसरी पांचवीं आठवीं और दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नेशनल एचीवमेंट सर्वे का माक टेस्ट आयोजित किया गया था।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने बयान जारी कर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। संघ के जिला प्रधान जोगेंद्र सिंह, सचिव नरेंद्र चहल, प्रेस सचिव दिनेश छिकारा व राज्य उपमहासचिव कृष्ण नैन ने बताया कि शुक्रवार को तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नेशनल एचीवमेंट सर्वे का माक टेस्ट आयोजित किया गया था।
संघ के नेताओं ने बताया कि तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षा के विद्यार्थी ओएमआर सीट ही नहीं भर सके, क्योंकि ओएमआर सीट 90 प्रश्नों की दी गई थी, जबकि तीसरी में 15, पांचवीं में 18, आठवीं व दसवीं में 60 प्रश्न ही थे। दूसरा, ओएमआर में क्रमांक 1, 2, 3, 4 थे, जबकि प्रश्न पत्रों में क, ख, ग, घ व अ, इ, उ, ऊ में दिये थे। इसके चलते काफी समय लग गया। तीसरा, प्रश्न पत्रों में प्रत्येक विषय के बाद क्रमांक एक से शुरू किये गये थे, मसलन एक विषय में एक से 17 तक प्रश्न थे तो अगले विषय में भी एक से ही प्रश्नों के क्रमांक शुरू हो रहे थे, 18 से नहीं। इस कारण बच्चे इसे सही तरीके से नहीं भर सके। प्रश्न पत्र में जिसका सीरियल नंबर 15 या 16 था, ओएमआर सीट में वह 60 या 62 भी था। ऐसे में विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
दसवीं का प्रश्न पत्र भी विभाग की तरफ से सुबह उपलब्ध कराया गया, जिस कारण पेपर देरी से शुरू हुआ। प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर उसे विद्यालयों में मेल कराई गई, जिसके बाद एक-एक प्रश्न पत्र की फोटोस्टेट स्कूलों की तरफ से कराई गई। इसमें काफी समय लग गया। अब दूसरा माक टेस्ट 29 अक्टूबर को होगा। उसके बाद 12 नवंबर को फाइनल सर्वे के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। नेताओं ने कहा कि इस सर्वे का सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि अधिकारी, शिक्षक या विद्यार्थी, किसी को यही नहीं मालूम की यह पेपर है या सर्वे। इस सर्वे के उद्देश्य बारे में किसी को जागरूक नहीं किया गया, इसलिए यह लक्ष्यों को छू ही नहीं पाएगा।