कुंडली के उद्योगपतियों ने लिखा नितिन गडकरी को पत्र
तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर पिछले आठ माह से अधिक समय से चल रहे आंदोलन के कारण बंद जीटी रोड के चलते कुंडली राई नाथूपुर सबौली मुरथल और बहालगढ़ के उद्योगों की कमर टूट गई है।
संवाद सहयोगी, राई(सोनीपत): तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर पिछले आठ माह से अधिक समय से चल रहे आंदोलन के कारण बंद जीटी रोड के चलते कुंडली, राई, नाथूपुर, सबौली, मुरथल और बहालगढ़ के उद्योगों की कमर टूट गई है। इस दौरान इंडस्ट्री को हजारों करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। बढ़ते नुकसान और फैक्ट्रियां बंद होने से डरे उद्यमियों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। पत्र के जरिये उन्होंने बंद रास्ते खुलवाने की मांग की है।
आंदोलन के कारण रास्ते बंद होने से दिल्ली के व्यापारी राई और कुंडली में व्यापार के लिए नहीं आ पा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट खर्च दोगुना-तिगुना हो गया है। इसके कारण उद्यमी परेशान हैं। कुंडली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान सुभाष गुप्ता का कहना है कि उन्हें आंदोलन से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान औद्योगिक क्षेत्र के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। इसलिए दिल्ली के बंद रास्तों को खुलवाने के लिए नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि कुंडली में करीबन सात हजार फैक्ट्रियां हैं, जिनमें पांच लाख के करीब लोगों को रोजगार मिला हुआ है। सड़क बंद होने से दिल्ली से आने वाले कर्मचारी भी नहीं आ पा रहे हैं। इसके अलावा जो व्यापारी सीधा फैक्ट्री आकर माल खरीदता था वो भी नहीं आ रहा। इसके अलावा प्रोडक्शन और माल ढुलाई की लागत बढ़ गई है। उद्योगपतियों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रास्ता खुलवाने की मांग की है।