कोरोना संक्रमण में विपरीत परिस्थितियों में काम करना सीखा : प्रो. अनायत
मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि कोरोना संक्रमण में विपरीत परिस्थितियों में कार्य करना सीखा है।
जासं, सोनीपत : मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि कोरोना संक्रमण में विपरीत परिस्थितियों में कार्य करना सीखा है। विपरीत परिस्थितियों में हमारे अंदर कार्य करने की क्षमता में वृद्धि हुई है, इसलिए हमें आपदा को अवसर में बदलना होगा। वह मंगलवार को छात्र कल्याण विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के बाद रोजगार की संभावनाओं विषय पर आयोजित वेबिनार को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।
प्रो. अनायत ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहे विश्व में अगर इस समय कुछ अनिश्चय कायम हैं तो ऐसी कई नई संभावनाएं भी पैदा हो गई हैं, जिनसे विश्व में कई बदलावों की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने कहा कि संभावनाओं की तरफ गौर करें तो प्रतीत होता है कि इस संक्रमण से संसार कई ऐसे सबक लेगा, जो एक बेहतर दुनिया बनाने का भरोसा जगाएंगे और मानवता के वास्तविक प्रतिमान हमारे सामने रखेंगे। उनके अलावा छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. विजय शर्मा ने भी विद्यार्थियों को निरंतर परिश्रम कर सफलता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं, मोटिवेशनल स्पीकर डा. सीपी भारद्वाज ने जीवन में नयापन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान बताया। इस मौके पर कल्चरल कोआर्डिनेटर प्रो. सुमन सांगवान, कल्चरल कंसल्टेंट डा. आनंद शर्मा व स्टूडेंट कोआर्डिनेटर रोहन मलिक भी मौजूद रहे।