महाग्राम भैंसवाल व खानपुर में डब्ल्यूटीपी के साथ एसटीपी भी बनेंगे
महाग्राम भैंसवाल कलां और खानपुर कलां के ग्रामीणों को शहरों की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) के साथ सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) भी तैयार करवाएगा।
जागरण संवाददाता, गोहाना : महाग्राम भैंसवाल कलां और खानपुर कलां के ग्रामीणों को शहरों की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी) के साथ सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) भी तैयार करवाएगा। दोनों गांवों में सीवर व पेयजल की लाइनें बिछाने और दोनों प्लांट बनाने का काम मार्च, 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
प्रदेश सरकार ने दस हजार से अधिक की आबादी के गांवों को महाग्राम घोषित किया है। सरकार द्वारा पहले गोहाना क्षेत्र में केवल गांव खानपुर कलां को महाग्राम घोषित किया गया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल करीब चार साल पहले गांव भैंसवाल कलां में ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त की शादी में गए थे। मुख्यमंत्री ने तब गांव भैंसवाल कलां को भी महाग्राम योजना का लाभ देने का वादा किया था। भैंसवाल कलां की आबादी दस हजार से कम थी लेकिन सरकार ने विशेष छूट देते हुए इसे महाग्राम घोषित किया। दोनों ही गांवों में जनस्वास्थ्य विभाग शहरों की तर्ज पर सीवर व पेयजल की सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है। दोनों गांवों में पहले जलघर बने हुए हैं। विभाग द्वारा दोनों गांवों में दूसरे गांवों की तरह प्रति व्यक्ति प्रति दिन 70 लीटर पानी दिया जा रहा है। महाग्राम घोषित होने के बाद विभाग द्वारा इन गांवों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर पेयजल उपलब्ध कराने की योजना है, जिसके चलते दोनों गांवों में नए डब्ल्यूटीपी बनाए जाएंगे। गांव भैंसवाल कलां में पेयजल और सीवर व्यवस्था पर करीब 30 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस गांव में विभाग 1.5 एमएलटी क्षमता का डब्ल्यूटीपी तैयार करवाएगा। पेयजल सप्लाई के लिए करीब 11 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन दबाई जाएगी। गांव खानपुर कलां में पेयजल और सीवर व्यवस्था पर करीब 22 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस गांव में विभाग द्वारा करीब 2.5 एमएलटी क्षमता का डब्ल्यूटीपी तैयार करवाया जाएगा। दोनों गांवों में सीवर के दूषित पानी के शोधन के लिए एसटीपी भी तैयार होंगे। विभागीय अधिकारियों ने दोनों गांवों में सीवर व पेयजल के प्रोजेक्ट को मार्च, 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
गांव खानपुर कलां व भैंसवाल कलां में पेयजल की बेहतर सप्लाई के लिए डब्ल्यूटीपी और दूषित पानी के शोधन के लिए एसटीपी तैयार होंगे। दोनों गांवों में पेयजल व सीवर की लाइनें बिछेंगी।
- विक्रम सिंह मोर, कार्यकारी अभियंता गोहाना, जनस्वास्थ्य विभाग