कर्ज में डूबे व्यावसायी ने जहर खाकर दी जान
गांव बड़ौता के रणबीर गोहाना के मुख्य बाजार में जैन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के निकट देशी घी का कारोबार करते थे। उन्होंने 25 अक्टूबर की सुबह दुकान पर आकर जहरीला पदार्थ निगल लिया था।
जागरण संवाददाता, गोहाना : गोहाना में कर्ज में डूबे व्यवसायी ने जहर खाकर जान दे दी। फाइनेंसर उससे 10 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज वसूलते थे। उसने फाइनेंसरों को रुपये लौटाए भी बावजूद उसपर ब्याज पर ब्याज लगा दिया गया। फाइनेंसर उसे कर्ज से उबरने नहीं दे रहे थे और उसे व बच्चों को जान से मारने की धमकी देने लगे। व्यवसायी के मरने के चार दिन बाद सुसाइड सुसाइड नोट मिला, जिससे मामले का भेद खुला। इस मामले में गोहाना शहर थाना में दो पुलिस अधिकारियों समेत नौ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज किया गया है।
गांव बड़ौता के रणबीर गोहाना के मुख्य बाजार में जैन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के निकट देशी घी का कारोबार करते थे। उन्होंने 25 अक्टूबर की सुबह दुकान पर आकर जहरीला पदार्थ निगल लिया था। रणबीर को गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल के अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। तब स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने सामान्य कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम करवा स्वजन को सौंप दिया था। शुक्रवार को स्वजन घर पर रणबीर के दस्तावेज की जांच कर रहे थे, जिसमें रणबीर द्वारा लिखा सुसाइड नोट मिला। इस पर मामले में नया मोड़ आया। सुसाइड नोट लेकर रणबीर की पत्नी संतोष पुलिस के पास पहुंची। संतोष की शिकायत पर सुसाइड नोट के आधार पर दो पुलिस अधिकारियों समेत नौ के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज किया गया। आरोपितों में जयभगवान व बलराज पुलिस विभाग में उप निरीक्षक हैं। इनमें एक गोहाना और दूसरे बहादुरगढ़ में नियुक्ति हैं। इनके साथ आरोपित सुमेर जैन, सतीश, संदीप गामड़ी, मास्टर वजीर, संदीप और मास्टर हैं।
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मेरे घर जाकर देखो कुछ नहीं बचा है
स्वजन को मिले दो पेज के सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं रणबीर पुत्र चतर सिंह गांव बड़ौता का रहने वाला हूं। फाइनेंसर से दुखी हूं, इसलिए मैं मरने को मजबूर हो गया हूं। फाइनेंसर मुझे व मेरे बच्चों को मारने की धमकी दे रहे हैं। मैं इनसे बहुत दुखी हूं, इसलिए मरने जा रहा हूं। मैंने इनको जिदगीभर की कमाई दे दी लेकिन ये लोग मुझे मारने की कह रहे हैं। 10 रुपये सैकड़ा ब्याज लगा रहे हैं। मेरा कोई गारंटर नहीं है। अपने आप पैसे दिए हैं। मैं हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूं मेरे परिवार की रक्षा करना। मेरे घर जाकर देखो कुछ नहीं बचा है। मैंने घर वालों को कर्ज में दबा दिया। दूसरे पेज पर आरोपितों के नाम व मोबाइल नंबर लिखे हैं।
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फाइनेंसरों की प्रताड़ना के बारे में पत्नी से करते थे जिक्र :
संजू ने बताया कि उनके पिता रणबीर ने घरवालों को यह कभी नहीं बताया कि उन्होंने किस-किस से कितना कर्ज ले रखा है। रणबीर ने पत्नी संतोष को फाइनेंसरों की प्रताड़ना के बारे में जरूर बताया था। परिवार वाले परेशान न हो, इसलिए कितना कर्ज है, इस बारे में कुछ नहीं बताया।
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रणबीर की पत्नी संतोष ने सुसाइड नोट पेश किया। इसके बाद संतोष की शिकायत पर नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। स्वजन यह नहीं बता पा रहे हैं कि किससे कितने रुपये लिए थे। आरोपितों से पूछताछ की जाएगी।
-वेदपाल, जांच अधिकारी, शहर थाना गोहाना