लाइन-लास एरिया की पहचानकर छापेमारी करेगा बिजली निगम
लाइनलास से बिजली निगम और उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लाइनलास ज्यादा होने पर अघोषित कट लगते हैं। बिजली निगम को लाखों रुपये का घाटा होता है। बिजली लाइन पर कर्मचारियों की वर्किंग बढ़ जाती है।
संवाद सहयोगी, गोहाना : बिजली निगम ने लाइनलास कम करने के लिए योजना बनाई है। इस योजना पर सख्ती से काम किया जाएगा। इसके लिए एसडीओ और जेई को सख्त निर्देश दिए गए हैं। अपने क्षेत्र में कहां-कहां और कितनी लाइनलास है। जल्द से जल्द लाइनलास की रिपोर्ट जमा करवाने का कहा गया है।
लाइनलास से बिजली निगम और उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लाइनलास ज्यादा होने पर अघोषित कट लगते हैं। बिजली निगम को लाखों रुपये का घाटा होता है। बिजली लाइन पर कर्मचारियों की वर्किंग बढ़ जाती है। लाइनलास को कम करने के लिए बिजली निगम ने गोहाना के ग्रामीण क्षेत्र में लगभग सभी बिजली मीटरों को घरों से बाहर निकाल दिया है। सभी गांव को म्हारा गांव जगमग गांव योजना के साथ जोड़ा गया है। दो से चार गांव ही जगमग योजना से बाहर हैं। उनको भी योजना से जोड़ने की प्रक्रिया चली हुई है। एसडीओ अपने-अपने क्षेत्र की लाइनलास की रिपोर्ट एक्सईएन कार्यालय में सौंपेंगे। उसी हिसाब से बिजली चोरी पकड़ी जाएगी। बिजली निगम बिजली चोरों के साथ सख्ती से पेश आएगा। बिजली चोरी का जुर्माना समय पर नहीं जमा करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाएगी।
चोरी पकड़ने के लिए बनाई हैं आठ टीमें
गोहाना तहसील में चार सब डिवीजन आती हैं जिसमें गोहाना शहरी सबडिवीजन, कथूरा सब डिवीजन, अर्बन सब डिवीजन और फरमाणा सब डिवीजन हैं। चारों सब डिवीजनों में दो-दो टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें एसडीओ के नेतृत्व में काम कर रही हैं। टीमें दिन-रात बिजली चोरी पकड़ने के लिए छापेमारी करती हैं।
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सभी अधिकारियों की बैठक लेकर लाइनलास करने के लिए योजना बनाई है। इससे पहले भी बिजली चोरी पकड़ने के लिए छापेमारी चली हुई है। कहां-कहां ज्यादा लाइनलास है, इसकी रिपोर्ट मिलने पर छापेमारी को ओर भी तेज किया जाएगा। चोरी पकड़ने के लिए प्रत्येक सब डिवीजन में अतिरिक्त टीम बनाई जाएगी। चोरी पकड़े जाने पर उपभोक्ता पर चोरी का केस बनाकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
-धर्मबीर सिंह छिक्कारा, एक्सईएन, बिजली निगम, गोहाना