प्रसूति विभाग के पास लगेगा आक्सीजन प्लांट

गोहाना के नागरिक अस्पताल में 50 बेड हैं। अस्पताल में आक्सीजन प्लांट नहीं है। यहां पर आपातकालीन विभाग और प्रसूति विभाग में समय-समय पर आक्सीजन के सिलेंडर मंगवाए जाते हैं। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले में आक्सीजन की अधिक खपत हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:11 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:11 PM (IST)
प्रसूति विभाग के पास लगेगा आक्सीजन प्लांट
प्रसूति विभाग के पास लगेगा आक्सीजन प्लांट

संवाद सहयोगी, गोहाना: कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए गोहाना के नागरिक अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। अस्पताल में प्रसूति विभाग के पास आक्सीजन प्लांट लगेगा, जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। बृहस्पतिवार को कार्यवाहक एसडीएम आशीष वशिष्ठ ने स्वास्थ्य विभाग और निर्माण एजेंसी के अधिकारियों के साथ उस जगह का निरीक्षण किया जहां प्लांट लगेगा। एसडीएम ने अधिकारियों को जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए।

गोहाना के नागरिक अस्पताल में 50 बेड हैं। अस्पताल में आक्सीजन प्लांट नहीं है। यहां पर आपातकालीन विभाग और प्रसूति विभाग में समय-समय पर आक्सीजन के सिलेंडर मंगवाए जाते हैं। कोरोना के लगातार बढ़ते मामले में आक्सीजन की अधिक खपत हो रही है। इससे किराये पर सिलेंडर भी आसानी से नहीं मिल रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस प्लांट से अस्पताल में प्रसूति विभाग, आपातकालीन विभाग, आपरेशन थिएटर और बेडों पर आक्सीजन की सप्लाई दी जाएगी। इसके लिए जल्द फिटिग की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा आक्सीजन प्लांट का ढांचा तैयार किया जाएगा। उसके बाद प्लांट में स्वास्थ्य विभाग में मशीनें उपलब्ध करवाई जाएंगी। कार्यवाहक एसडीएम आशीष वशिष्ठ ने अधिकारियों को जल्द प्लांट को तैयार करने के निर्देश दिए। इस मौके पर एसएमओ डा. कर्मबीर सिंह, डा. चक्रवर्ती शर्मा, प्राधिकरण से हिमांशु, एमएस सांगवान आदि मौजूद रहे।

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मेडिकल कालेज में आक्सीजन का कंटेनर रखने को प्लेटफार्म तैयार

बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल में आक्सीजन की कमी को दूर करने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। अस्पताल में पहले से आक्सीजन स्टोरेज प्लांट के साथ एक प्लेटफार्म तैयार करवाया गया है। यहां पर आक्सीजन का कंटेनर रखा जाएगा। इसी के साथ अस्पताल में पीएसए आक्सीजन प्लांट भी लगेगा। इस प्लांट से हवा से ही आक्सीजन तैयार की जाएगी।

मेडिकल कालेज के 500 बेड के अस्पताल में से 300 बेड का कोरोना विशेष अस्पताल बनाया गया है। यहां पर कोरोना संक्रमित गंभीर रोगियों का उपचार किया जाता है। मेडिकल कालेज के अस्पताल में दूसरे प्लांटों से आक्सीजन की सप्लाई होती है। डिमांड के अनुसार पूरी आक्सीजन नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दो मई को अस्पताल का निरीक्षण कर आक्सीजन व दूसरी चिकित्सीय सुविधाओं को लेकर समीक्षा की थी। मुख्यमंत्री ने 10 मीट्रिक टन के आक्सीजन कंटेनर को मुरथल से यहां शिफ्ट करने के आदेश दिए थे और साथ में यहां पीएसए आक्सीजन प्लांट तैयार करवाने की घोषणा की थी। कालेज के अस्पताल में कंटेनर रखने के लिए प्लेटफार्म तैयार कर दिया गया है। प्लेटफार्म सूखते ही यहां पर कंटेनर रखा जाएगा। इसके बाद बार-बार आक्सीजन के सिलेंडर नहीं मंगवाने पड़ेंगे। पीएसए प्लांट तैयार होने पर यहां आक्सीजन तैयार हो सकेगी। पीएसए प्लांट से रोजाना डी टाइप के 180 सिलेंडर आक्सीजन तैयार होगी।

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कंटेनर रखने के लिए प्लेटफार्म तैयार हो गया है। सूखने के बाद कंटेनर की डिमांड भेज दी जाएगी। पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से बातचीत चल रही है।

डा. धीरज, पीआरओ, बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज

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