किसानों ने कौन सी फसल उगाई, होगी विश्लेषणात्मक पड़ताल
किसानों द्वारा उगाई गई फसलों की विश्लेषणात्मक पड़ताल होगी। राजस्व विभाग के साथ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर जाकर फसलों की जांच करेंगे।
जागरण संवाददाता, गोहाना (सोनीपत) : किसानों द्वारा उगाई गई फसलों की विश्लेषणात्मक पड़ताल होगी। राजस्व विभाग के साथ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर जाकर फसलों की जांच करेंगे। किसान ने अपने खेत में कौन सी किस्म की कितनी फसल उगाई है और मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर क्या रिकार्ड दर्ज किया है, इसका सत्यापन किया जाएगा। दोहरी पड़ताल से बाहरी किसान या व्यापारी फसल नहीं बेच पाएंगे और वास्तविक किसानों को फसलों का उचित भाव मिल सकेगा। फसलों के सत्यापन के लिए कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने गांवों में जाकर सर्वे शुरू कर दिया है।
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर कुछ किसान अपनी फसलों का सही ब्योरा नहीं देते हैं। कुछ किसान कम फसल होने के बावजूद अधिक फसल का पंजीकरण कर देते हैं। इससे वे बाहरी किसान फायदा उठा लेते हैं जिनके यहां न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलें नहीं बिकती हैं। राज्य स्तर पर हुई जांच में भी इस तरह की अनियमितताएं उजागर हो चुकी है। प्रदेश के वास्तविक किसानों को उनकी फसलों का पूरा भाव मिले और राज्य का बजट पड़ोसी राज्यों से आने वाली फसलों पर खर्च न हो, इसी के मद्देनजर फसलों की विश्लेषणात्मक पड़ताल करवाई जा रही है। राजस्व विभाग के अधिकारी पटवारियों से फसलों की गिरदावरी करवाते हैं लेकिन इस बार क्षेत्र में गेहूं, सरसों, गन्ने व दूसरी फसलों की कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी पड़ताल करेंगे। किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जिन फसलों का पंजीकरण किया है उनका सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए कृषि विभाग ने फसल बुकिग अभियान चलाया है। अधिकारी-कर्मचारी पोर्टल के रिकार्ड को साथ लेकर गांवों में खेतों में पहुंचेंगे और खेत में खड़ी फसल को देख कर उसका सत्यापन करेंगे। अधिकारियों को 10 मार्च तक यह काम पूरा करना होगा। गोहाना में 31 अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई
गोहाना उपमंडल में करीब एक लाख 61 हजार एकड़ भूमि कृषि योग्य है। किसानों द्वारा उगाई गई गेहूं, सरसों, गन्ना, चना व अन्य फसलों का अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंच कर सत्यापन करेंगे। इसके लिए उपमंडल में कृषि विकास अधिकारी, सुपरवाइजर, तकनीकी सहायक प्रबंधक आदि की ड्यूटी लगाई गई है। गोहाना में 31 अधिकारी व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो खेतों में जाकर फसलों की जांच कर रहे हैं। फसल बुकिग के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 10 मार्च से पहले किसानों द्वारा पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार खेतों में जाकर फसलों का सत्यापन करना होगा। इस कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
- डा. राजेंद्र प्रसाद, एसडीओ, गोहाना, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग