जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए छह हजार रुपये मांगे, दो पर केस

नागरिक अस्पताल इन दिनों अपने कर्मचारियों की कारगुजारियों के चलते सुर्खियों में है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 06:59 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 06:18 AM (IST)
जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए छह हजार रुपये मांगे, दो पर केस
जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए छह हजार रुपये मांगे, दो पर केस

जागरण संवाददाता, सोनीपत : नागरिक अस्पताल के दो कर्मचारियों ने एक युवक से जन्म प्रमाणपत्र बनाने की एवज में रिश्वत मांगी। परेशान युवक ने आरोपितों के साथ फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिग कर ली। पीड़ित युवक ने शिकायत देते हुए रिकॉर्डिग राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंप दिया। राज्य चौकसी ब्यूरो ने आरोपित कर्मचारी नरेश और प्रवीन के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

पानीपत के गांव किवाना निवासी बलजीत ने राज्य चौकसी ब्यूरो को बताया है कि उनके भाई प्रदीप ने गढ़ी झिझारा में विवाहित भांजी प्रियांशी को गोद ले रखा है। अब दस्तावेज में प्रियांशी के माता-पिता का नाम बदलवाने के लिए अस्पताल में 16 अगस्त को फाइल जमा करवाई थी। बलजीत का आरोप है कि इसके बाद वह नागरिक अस्पताल की जन्म-मृत्यु शाखा में कई बार प्रियांशी का जन्म प्रमाण पत्र लेने के लिए गए लेकिन प्रमाण-पत्र नहीं मिला। आरोप है कि वहां कार्यरत कर्मचारी नरेश ने चार हजार रुपये मांगे। बाद में वहां प्रवीन नाम के कर्मचारी ने 6 हजार रुपये मांगे और कहा कि जब तक रुपये नहीं देंगे तब तक प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा। कर्मचारी ने उनकी फाइल गायब करने की भी धमकी दी। बार-बार तंग करने के बाद उन्होंने आरोपितों की रिश्वत मांगे जाने की बातचीत की रिकॉर्डिग कर ली। बलजीत ने रिकॉर्डिग को राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंपा है। फिलहाल शिकायत पर राज्य चौकसी ब्यूरो ने मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। कर्मचारी व शिकायतकर्ता के बीच फोन पर हुई बातचीत के अंश

कर्मचारी :: अरे, हां भाई, क्या हुआ आया नहीं?

शिकायतकर्ता : सर, छह हजार रुपये पूरे नहीं हुए, मैं चार अभी दे दूंगा . दो बाद में।

कर्मचारी :: कर ले इंतजाम.कोई नहीं काम पांच हजार में हो जाएगा।

शिकायतकर्ता : सर ठीक है फिर चार आज दे दूंगा। एक हजार फिर बाद में।

-कर्मचारी: चल ठीक है आकर ले जाना .। दिव्यांग से भी मांगे थे 40 हजार रुपये :

इससे पहले एक दिव्यांग के दस्तावेज बनाने की एवज में 40 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। शिकायतकर्ता गांव पिनाना निवासी राजसिंह ने बताया था कि डॉक्टर शैलेंद्र राणा, नितिन शर्मा और उनका सहायक राजकुमार मौजूद थे। प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर 40 हजार रुपये की मांग की गई थी। इस पर राज सिंह के बेटे ने रिकॉर्डिग कर राज्य चौकसी ब्यूरो को सौंपी थी। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।

अस्पताल के आरोपित कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। शिकायतकर्ता के बयान भी न्यायालय में दर्ज करवाए गए हैं। फिलहाल रिकॉर्डिग की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ आगामी कार्रवाई की जाएगी।

- मनजीत, जांच अधिकारी, राज्य चौकसी ब्यूरो

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