बासमती धान की खरीद तोड़ रही रिकार्ड, पीआर की बिक्री में अड़चन

प्राइवेट मिलर्स बासमती धान की खरीद 3700 रुपये प्रति क्विंटल तक कर रहे है। पहले यह भाव 3000 रुपये मुश्किल से पहुंच पाता था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Nov 2021 06:28 PM (IST) Updated:Fri, 12 Nov 2021 06:28 PM (IST)
बासमती धान की खरीद तोड़ रही रिकार्ड, पीआर की बिक्री में अड़चन
बासमती धान की खरीद तोड़ रही रिकार्ड, पीआर की बिक्री में अड़चन

जागरण संवाददाता, सोनीपत : धान की कटाई अंतिम चरण में है। ऐसे में मंडी में धान की आवक बढ़ गई है। एक तरफ जहां बासमती धान की खरीद रिकार्ड तोड़ रही है तो दूसरी ओर पीआर धान की बिक्री में अड़चन आ रही है। प्राइवेट मिलर्स बासमती धान की खरीद 3,700 रुपये प्रति क्विंटल तक कर रहे है। पहले यह भाव 3,000 रुपये मुश्किल से पहुंच पाता था। बासमती धान की अच्छा भाव पाकर किसानों के चेहरे खिले हैं, जबकि पीआर किस्म की धान लाने वाले किसान खरीद एजेंसियों पर खरीद में आना-कानी करने का आरोप लगा रहे हैं। सोनीपत की मंडी के साथ ही गोहाना में पीआर धान लेकर पहुंचे किसानों का भी यही आरोप है। गोहाना मंडी में पहुंचे किसान पीआर धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने की मांग को लेकर मार्केट कमेटी के सचिव जितेंद्र कुमार से मिले।

मंडी में बासमती किस्म धान की आवक में तेजी आई है, लेकिन पीआर धान की आवक में कमी देखने को मिली है। कुछ ही किसान पीआर धान की फसल लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। 15 नवंबर को पीआर धान की सरकारी खरीद बंद हो जाएगी। बकाया किसान जल्द पीआर धान को लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। किसान अमित, सुधीर, संजय कुमार, सतीश आदि ने कहा कि पीआर धान को लेकर मंडी में आए हैं। पीआर धान में नमी की मात्रा ज्यादा, टूटा हुआ दाना और कई अन्य नियमों की बात कह कर धान नहीं खरीदी जा रही है और आढ़ती कम भाव पर बिकवाने की बात कहते हैं। इसकी शिकायत लेकर किसान मार्केट कमेटी के सचिव जितेंद्र कुमार के पास पहुंचे। उन्होंने किसानों की ढेरी से धान के नमूने भरवाए और जांच के लिए भेज दिए। धान की आवक बढ़ने से मंडी में लगता है जाम :

बासमती धान की किस्म की आवक में तेजी आ चुकी है। सैकड़ों किसान धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। गोहाना मंडी में धान डालने की जगह नहीं मिल रही है। धान से भरे ट्रैक्टर-ट्राली मंडी व मंडी से बाहर सड़कों पर भी लंबी लाइन लगी रहती है। सबसे ज्यादा जाम की स्थिती जींद रोड स्थित मंडी गेट संख्या एक पर रहती है। यहां पर सुबह के समय मंडी से शहर की तरफ चौ. छोटू राम चौक तक ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी लाइन लगती है। किसानों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 2,03,858 मीट्रिक टन धान की खरीद :

जिले में दो लाख तीन हजार 858 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। इनमें ग्रेड-ए 21,005 मीट्रिक टन, सामान्य धान 7638 मीट्रिक टन, पीआर 28,643 मीट्रिक टन, बासमत्ती 65,594 मीट्रिक टन, शरबत्ती 436 मीट्रिक टन, मुच्छल 283 मीट्रिक टन तथा 1509 किस्म एक लाख आठ हजार 902 मीट्रिक टन शामिल है।

किसानों की शिकायत पर धान के नमूनों की जांच करवाई गई है। जांच में धान सही मिलेगी तो खरीद एजेंसियों को धान को खरीदना होगा। किसानों की समस्या का प्राथमिकता से समाधान किया जाता है। इसके साथ जिन किसानों की पीआर धान बकाया है। वह जल्दी से मंडी में लेकर पहुंचे क्योंकि 15 नवंबर को पीआर धान की खरीद बंद हो जाएगी।

- जितेंद्र कुमार, सचिव, मार्केट कमेटी, गोहाना

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