चौधर के चक्कर में तकरार, किसान पक्का मोर्चा पर आपस में माइक छीनने तक की नौबत

कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा दिया जा रहा धरना

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:05 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:05 AM (IST)
चौधर के चक्कर में तकरार, किसान पक्का मोर्चा पर आपस में माइक छीनने तक की नौबत
चौधर के चक्कर में तकरार, किसान पक्का मोर्चा पर आपस में माइक छीनने तक की नौबत

जागरण संवाददाता, सिरसा : कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा दिया जा रहा धरना शुक्रवार को 24वें दिन में प्रवेश कर गया। सुबह 11 किसान क्रमिक धरने पर बैठे वहीं दोपहर बाद किसान नेताओं में तू-तू, मैं-मैं हो गई। किसी से माइक छीन लिया तो किसी ने कहा कि चौधर के लिए लड़ रहे हो, ये तो ठीक नहीं और एक-दूसरे को माइक से दूर हटाना पड़ा। विवाद की शुरुआत पांच नवंबर के रोड जाम को लेकर हुई। किसान नेता जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि रोड जाम साहुवाला में होगा। सभी को वहीं जाना है। कहीं दूसरी जगह रोड जाम नहीं होगा। अगर किसी ने कहीं ओर रोड जाम किया तो वे शरारती तत्व होंगे। इसके तुरंत बाद माइक पक्का मोर्चा पर बैठे प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने ले लिया। उन्होंने माइक संभालते हुए कहा कि कुछ लोग ठेकेदार बने हुए हैं। पक्का मोर्चा गांव-गांव में लगने वाले रोड जाम को समर्थन करेगा। किसान कहीं पर भी विरोध प्रदर्शन करें हम साथ रहेंगे। उनके बोलने के दौरान ही विवाद बढ़ता गया। इसके बाद लखविद्र सिंह ने माइक छीन लिया और भारूखेड़ा से उनकी कहासुनी हुई। लखविद्र सिंह ने कहा कि जब कमेटी बनाई गई है तो सबको साथ मिलकर चलना चाहिए। पीली पगड़ी बांधने से कोई भगत सिंह नहीं बन जाता। उन्होंने कहा कि कमेटी बनाई है लेकिन कमेटी को साथ लेकर नहीं चला जा रहा। क्रमिक अनशन के फैसले में भी कमेटी को शामिल नहीं किया गया।

गुरदीप सिंह झिड़ी ने भी कहा कि बिना किसी से पूछे भूख हड़ताल शुरू कर दी गई। उन्होंने कहा कि किसी एक व्यक्ति को फैसला लेने का अधिकार नहीं है। कमेटी जो फैसला करेगी वह सबको मानना चाहिए। आपस में हुई तकरार के दौरान किसी ने माइक बंद कर दिया और बीच बचाव किया । किसान नेताओं ने कहा कि मिल बैठकर मुद्दा सुलझाते हैं परंतु दूसरे संगठन से जुड़े पदाधिकारी नहीं बैठे और वहां से चले गए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी किसान नेताओं में मतभेद देखे जा चुके हैं। किसानों के एक धड़े ने भगत सिंह स्टेडियम के आगे तो दूसरे ने लघु सचिवालय के समक्ष धरना शुरू कर दिया था। बाद में गुरुद्वारा कमेटी ने दोनों धड़ों को संयुक्त धरना देने के लिए मनाया था।

--------- पक्का मोर्चा पर 16 नवंबर को होगी लोक पंचायत

तीन कृषि कानूनों के विरोध में पक्का मोर्चा पर शुक्रवार को गांव करीवाला से रणजीत सिंह, पाला सिंह चीमा, गुरनाम सिंह करीवाला, गुरदियाल सिंह चीमा अमृतसर कलां, बूटा सिंह रानियां, बलराज सिंह बणी, बाबा भगत सिंह बणी, दविद्र सिंह करीवाला, कुलदीप सिंह करीवाला, रेशम सिंह करीवाला, हाकम सिंह करीवाला, सरबजीत सिंह अमृतसर कलां सहित 11 किसान क्रमिक अनशन पर बैठे। हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा व मनदीप नथवान ने संयुक्त रूप से बताया कि 16 नवंबर को शहीद करतार सिंह सराभा के जन्मदिन के मौके पर लोक पंचायत का आयोजन किया जाएगा।

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