गोवंश के लिए प्रति एकड़ 500 रुपये चंदा देते हैं ग्रामीण

गोवंश की सेवा करने के लिए गांव गिगोरानी के किसानों ने अलग स

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Sep 2020 11:11 AM (IST) Updated:Mon, 07 Sep 2020 11:11 AM (IST)
गोवंश के लिए प्रति एकड़ 500 रुपये चंदा देते हैं ग्रामीण
गोवंश के लिए प्रति एकड़ 500 रुपये चंदा देते हैं ग्रामीण

संवाद सहयोगी, नाथूसरी चौपटा : गोवंश की सेवा करने के लिए गांव गिगोरानी के किसानों ने अलग से पहल की हुई है। गांव के किसान गोवंश के लिए प्रति एकड़ 500 रुपये की राशि देते हैं। जिससे गोवंश के लिए पशु आहार खरीदा जाता है। इससे गांव की श्री कृष्ण प्रणामी गोशाला में आर्थिक मदद भी मिलती है। गांव में किसानों के पास करीब 3500 एकड़ भूमि है। गौरतलब है कि गांव गिगोरानी के ग्रामीणों ने गोशाला बनाने के लिए बैठक की जिसमें फैसला लिया गया कि गांव में सभी के सहयोग से गोशाला का निर्माण किया जाएगा। इस फैसले पर सभी ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर दान देने की बात कही। इसके बाद गांव में 26 जनवरी 2018 को गोशाला का निर्माण कार्य किया गया। गोशाला बनाने में श्री सदानंद स्वामी चेरिटेबल ट्रस्ट का भी सहयोग मिला। ---- गोशाला में बनाए जाएंगे दो शेड

श्री कृष्ण प्रणामी गोशाला करीब साढ़े पांच एकड़ में बनी हुई है। गोशाला में करीब 370 गोवंश है। गोशाला में गोवंश के बढ़ने को देखते हुए दो शेड व एक तूड़ी शेड का निर्माण कार्य किया जाएगा। ंइससे गोवंश के लिए किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो सके। गोशाला में समय-समय पर गोभक्त दान करते रहते हैं। इसी के साथ गांव के गोभक्त गोशाला में सुबह शाम सेवा करने के लिए पहुंचते हैं। गोभक्त गोशाला की साफ सफाई व गोवंश को पशु चारा डालने का कार्य करते हैं।

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गोसेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। गोवंश के कारण सड़कों पर आज अनेक जगह दुर्घटना हो रही है। गोवंश सड़कों पर न आए। इसके लिए सभी गोवंश घर पर पालन करने का कार्य करें। वहीं जहां पर गोशाला चल रही है। उसमें गोवंश के लिए कार्य करें। गोशाला बनाने के लिए गांव में बैठक की गई। जिसमें सभी ग्रामीणों ने गोवंश की सेवा करने के लिए गोशाला का निर्माण करने का फैसला लिया। गोवंश की सेवा के लिए दानवीरों का सहयोग मिल रहा है। गोशाला में गोभक्त आकर सेवा कर रहे हैं।

- विरेंद्र साहु, चेयरमैन, पंचायत समिति नाथूसरी चौपटा।

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श्री कृष्ण प्रणामी गोशाला में समस्त ग्रामीणों का सहयोग मिल रहा है। गोशाला में किसान प्रति एकड़ 500 रुपये की राशि दान स्वरूप फसल सीजन में देते हैं। जिससे गोवंश के लिए पशु आहार खरीदा जाता है। गोशाला में गोबर गैस की जरूरत है ताकि पशुओं के लिए दाना पकाया जा सके। गोबर गैस नहीं होने से काफी दिक्कतें आ रही है।

- मनीराम, प्रधान, श्री कृष्ण प्रणामी गोशाला, गिगोरानी।

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