रानियां में भी पानी के तीन सैंपल मिले फेल, कैंपर वाटर की जांच के लिए डीएफएसओ को लिखा पत्र

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में पीने के पानी की सैंपलिग करवाए जाने के ब

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:30 AM (IST)
रानियां में भी पानी के तीन सैंपल मिले फेल, कैंपर वाटर की जांच के लिए डीएफएसओ को लिखा पत्र
रानियां में भी पानी के तीन सैंपल मिले फेल, कैंपर वाटर की जांच के लिए डीएफएसओ को लिखा पत्र

जागरण संवाददाता, सिरसा : स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में पीने के पानी की सैंपलिग करवाए जाने के बाद रानियां क्षेत्र में भी पानी के तीन सैंपल फेल पाए गए है। यह पानी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। विभाग द्वारा जांच में डबवाली, जोतांवाली में भी पीने वाले पानी में खतरनाक बैक्टिरिया होने की बात सामने आई है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने शहर में कैंपरों के माध्यम से आपूर्ति होने वाले पानी की जांच के लिए भी जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी को पत्र लिखा है। विभाग को जानकारी मिली है कि कैंपरों से सप्लाई होने वाला पानी भूमिगत ट्यूबवेल का होता है तथा उसमें क्लोरिनाइजेशन नहीं किया होता। बरसाती सीजन में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का अंदेशा रहता है। --------- बाजेकां में नौ वर्ष की बच्ची मलेरिया पीड़ित मिली

स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे सर्वे अभियान में गांव बाजेकां में नौ वर्षीय लड़की मलेरिया प्रभावित मिली है। मलेरिया का केस सामने आने के बाद विभाग सतर्कता बरत रहा है। गांव में एमपीएचडब्लयू के द्वारा सर्वे किया जा रहा है। इसके साथ ही एसएमओ नाथूसरी चौपटा को भी इस बारे में लिखा गया है। जिले में अभी डेंगू का कोई केस सामने नहीं आया है। ------- रानियां क्षेत्र में पानी के तीन सैंपल बैक्टिरिया लाजिकल जांच में सही नहीं मिले हैं। इसके अलावा डबवाली, जोतांवाली में भी सप्लाई होने वाले पानी में खतरनाक केमिकल है। शहर के विभिन्न भागों में आरओ आधारित कैंपर वाटर की जांच के लिए भी डीएफएसओ को पत्र लिखा है ताकि समय रहते पता लगाया जा सके कि कैंपरों द्वारा आपूर्ति किया जा रहा पानी कितना सुरक्षित है। गांव बाजेकां में नौ वर्षीय बच्ची मलेरिया प्रभावित मिली है, गांव में सर्वे करवाया जा रहा है।

- डा. हरसिमरण सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी।

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